शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019

मैथिली गीत-संगीत में गायिका जूली झा के बढ़ैत डेग

मैथिली, गीत संगीत के शान आ मशहूर गायिका अद्भुत आवाज के मालकिन सुश्री जुली झा ( Juli Jha Maithili Singer ) के जन्म 18 फरवरी 2000 के भेेेल छनि और हिनकर पिता के नाक मनोज झा छनि। मूलतः दरभंगा जिला के रैयाम नया गांव के रहनिहार जुली झा मैथिली सिंगर जगत  संग मिथिला के सेहो खूब मान-सम्मान बढ़ा रहल छथि। जुल झा जहन ग्यारह वर्षक छलीह तहने सँ ओ अपन रूचि संगीत मे लेबय लगली। पहिल बेरा हिनका अपन हुनरक मौका भेटलैनी अपन गामक दुर्गा पूजाक मंच सँ अपन मधुर आवाज सँ जहन जुली झा 'विनती सुनियो हे महरानी, गीत गेलीनी त दर्शक हिनकर आवाज के बहुते सराहलनी, ताहि दिन सँ जुली झा अपन गायकी कैरियर के सुरुवात क देलखिन। फेर बाद मे मंचे पर हिनक मुलाकात मैथिली सिंगर कुमकुम झा जी सँ भेलैनी आ ओ हिनका गीत गाबय लेल प्रेरित केलखिन। 

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जुली झा अखन पढ़ाइ के साथे-साथ गायकी के शिक्षा सेहो ल रहल छथि। गायकी छेत्र मे अपन पहचान बनेवा लेल हिनका अपन माता-पिता केर पूर्ण सहयोग भेट रहल छनि। जुली झा अपन मधुर आवाज सँ करिव दू दर्जन सँ बेसी गीत गाबी चुकल छथि। हिनक पहिल कैसेट गंगा कम्पनी सँ अप्रैल २०१२ मे आयल जेकर नाम छल 'जटायु मैय्या, एकर अलावा हिनक तिनटा अओरो एल्बम आबि चुकल छनि। हिनकरे आबाज मे आयल गीत 'छोरु छोरु, छोरु ने सैइयाँ भोर भ गेलय' बहुते हिट भेल अछि।

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जुली झा अपन आयडल के रूप मे सारदा सिन्हा केर मानैत छथि, आ तेहने मुकाम पाबय चाहैत छथि। जुली झा के अपन गायकी लेल बहुते रास पुरस्कार सेहो भेटल छनि। 

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