सोमवार, 10 अगस्त 2020

मिथिलाक पान के औषधीय गुण : संस्कृति संगे सेहत लेल सेहो अछि शुभ

मिथिला धरोहर : मिथिलाक संस्कृति मे पान के सब तरहे सँ शुभ मानल जाइत छै पूजा-पाठ, पावनि-तिहार, उपनयन, बियाह, भोज भात आ आध्यात्मिक क्रिया मे सेहो पान के प्रयोग कतेको साल सँ होइत आबि रहल ऐछ। एकर अलावा पान कऽ रोग के दूर भगेबा में सेहो बेहतर तरीका सं इस्तेमाल कैल जाएत ऐछ।


खाना खेलाक बाद आ मुँहक जायका बनल रखबाक लेल पान बहुते कारगर ऐछ। कतेको बीमारि के उपचार मे पानके प्रयोग लाभप्रद मानल जाएत ऐछ। पान में दस ग्राम करपूर लऽ कऽ दिन मे तीन-चाइर बेर चिबेला सं पायरिया के शिकायत दूर भऽ जाएत ऐछ। एकर इस्तेमाल मे एकटा सावधानी रखनाय जरूरी छै जे पानक पीक पेट मे नै जाय।
कानक असहनीय दर्द कऽ दूर करबाक लेल पानक पत्ता बहुते लाभप्रद ऐछ। कानक दर्द सं राहत पेबाक लेल पानक पतता के तेल मऽ नारियलक तेल मिला कऽ आ एकर दु बूंद कान मे दऽ दियौ अहि सं कानक दर्द सं राहत भेटत।

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एकर अलावा चोट लगला पर पान कऽ गर्म कऽ परत-परत कऽ के चोट बला जगह पर बाँईध लेबाक चाही। अहिसँ किछे घन्टा मे दर्द दूर भऽ जाइत अछि।
खाँसी आबैत हुए तऽ गर्म हरैद कऽ पान मे लपेट कऽ चबाउ। यदि खाँसी राइत मे बैढ़ जाइत अछि तऽ हरैदक जगह अहि में अजवाइन दऽ के चिबेबाक चाहि।

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यदि किडनी खराब होय तऽ पानक इस्तेमाल बिना किछो मिलेने करबाक चाहि। अहि दौरान मसल्ला, मिर्च आ शराब (मांस एवं अंडा सेहो) सं पूरा परहेज रखनाय जरूरी अछि। (ओना एखन तऽ शराब बिहार मे बन्दे छै मुदा चोरा नुकाक तऽ भेटे जाइत ऐछ )
जलनाय या छाला पड़ला पर पानक रस गर्म कऽ के लगेला सं छाला ठीक भऽ जाइत अछि। पीलिया ज्वर और कब्ज में सेहो पानक उपयोग बहुते फायदेमंद होइत ऐछ। सर्दी जुकाम भेला पर पान मऽ लौंग दऽ कऽ खेला सं जुकाम जल्दी पाइक जाइत अछि।

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श्वास नली के बीमारि में सेहो पानक इस्तेमाल अत्यंत कारगर ऐछ। अहि में पानक तेल गर्म कऽ के सीना पर लगातार एक हफ्ता धैर लगेबाक चाहि।
बाल झड़य सं परेशान लोग पानक पत्ता कऽ नीक सं पीस कऽ आ एकरा नारियलक तेल मे मिला लिअ, आब अहि तेल कऽ केसक जैर पर नीक जँका सं लगा लिअ और तीन चार घंटा बाद शेम्पू सं केश धोय लिअ। अहि प्रक्रिया सं अहाँ के हेयरफालक समस्‍या सं छुटकारा भेटत।

पान मे पाकल सुपारी आ मुलेठी दऽ के खेनाइ सं मॅन पर नीक असर पडैत ऐछ। ओना तऽ अपना देश में कतेको तरहक पान भेटय ऐछ। अहिमे मगही, बनारसी, गंगातीरी और देशी पान दवाइके रूप में ज्यादा कारगर सिद्ध होइत ऐछ। भूख बढेनाय, प्यास बुझेनाय मसूड़क समस्या सं निजात भेटबा में बनारसी आ देशी पान फायदेमंद साबित होइत ऐछ।

चेतावनी : पान के अत्यधिक प्रयोग मुँह के कैंसर के कारण सेहो भ सकैत अछि। एतय केवल पान के औषधीय महत्व के जानकारी देल गेल अछि।

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