सोमवार, 11 अक्तूबर 2021

कुल देवता वीरभद्र अर्थात सोखा बाबा उत्पति के पौराणिक कथा - Sokha Baba History in Maithili

मिथिला धरोहर : कुल देवता के रूप मे विख्यात वीरभद्र अर्थात सोखा बाबा Kuldevta Sokha Baba के घरक कुनो कोन मे नियत स्थान पर स्थापित क पूजल जाइत छनि। मान्यताक अनुसार वीरभद्र अपन आराधक आ भक्त के कष्ट, विपता के सोइख लैत छथिन अहि कारणे हिनका सोखा बाबा नाम सं विख्यात छथिन। 


वीरभद्र (सोखा बाबा) उत्पति के पौराणिक इतिहास

सोखा बाबा के अध्यात्मिक उल्लेख 80 के दशक में लोधास निवासी पं. रामस्वरूप तिवारी द्वारा रचित 'सोखा चालिसा' मे भेटैत अछि। जाहिमे चालीस चौपाई मे पौराणिक साक्ष्य के संगे श्री वीरभद्र के उत्पति के चर्चा कैल गेल अछि। 

लिंग पुराण के अनुसार भगवान शिव केर अर्द्धांगिनी सत्ती के पिता छलखिन दक्ष प्रजापति। कुनो कारणवश ओ भगवान शिव सं नाराज रहैत छलथि।  एक बेरा ओ यज्ञ के अनुष्ठान केलथि। मुदा भगवान शिव के अपमानित करबाक नियत सं हुनका आमंत्रित नै देलखिन। देवता के यज्ञ मे जाइत देख देवी सत्ती पति शंकर भगवान सं जिज्ञासा जतेलथि। पिता द्वारा यज्ञ के आयोजन मे हुनका आ भगवान शिव के आमंत्रित नै करबाक बावजूद अपना संगे हुनको ओतय चलबाक जिद करय लगली। भगवान शंकर बिना बजायल जेबा सं मना कऽ देलखिन। बावजूद सत्ती के जिद पर शंकर जी जय-विजय नामक अपन दु टा गण के संग हुनका भेज देलखिन। पिता के यज्ञ मे निरादर भेटय सं आहत सत्ती ओतय यज्ञ कुंड मे भष्मीभूत भऽ के अपन देह त्याग देलखिन। एहिके सूचना भेटला पर भगवान शंकर क्रोधित भऽ गेलाह आ ओ अपन जटा के नाचाबय लगलऽखिन। सिर के जटा सं एकटा टूटल बाल सं वीरभद्र के अवतरण भेलनि। जे भगवान शंकर के इच्छा पर यज्ञ स्थल पर जा कऽ दक्ष के यज्ञ के विध्वंस कऽ देलखिन। 


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जाहिके साक्ष्य सोखा बाबा के मंदिर आ बक्सर जिलाक लोधास गाम स्थित सती कुंड अछि। उक्त कुंड एकटा पोखरीक रूप मे आयो अस्तित्व मे अछि। जाहिके तट पर सत्ती अर्थात मां दुर्गा के मंदिर स्थापित अछि। हरिद्वार के समीप जाहि 'कनखल' मे सोखा बाबा के अवतरित हेबाक बात कहल जाइत अछि ओ अपभ्रंश भऽ के आय कड़सर भऽ गेल अछि।


सोखा बाबा के कुल देवता के रूप मे किछ लोग प्रतीक स्वरूप अपन घरे मे हुनकर पूजा करैत अछि। मुदा पूरा देश मे दु जगह उतराखंड के कनखल आ बक्सर के कड़सर मे हिनकर मंदिर अछि।


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बक्सर : सिद्धाश्रम के नाम सं विख्यात बक्सर के अहि पावन क्षेत्र के बखान पुराण मे ओहिना नै अछि। अहि वृत्त क्षेत्र मे कतेको एहन घटना घटल, जाहिके वर्णन विभिन्न धर्म ग्रंथ मे त भेटते कछि, मंदिर आ प्रतिमा के रूप मे साक्ष्य सेहो भेटय अछि। ओहि मे सं एक अछि इटाढ़ी प्रखंड के विक्रम इंगलिश पंचायत अंतर्गत कड़सर गामक ( Sokhababa Dham, Buxar, Kauresar ) पास स्थित सोखा धाम। जतय रूद्रावतार वीरभद्र के मंदिर अछि जे सूबे के इकलौता आ देशक दोसर वीरभद्र सोखा मंदिर अछि।

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