चिकनी माटि सानि पार्थिव,
शिव बनेलियै ,
हर हर शिव बनेलियै ,
से हम पूजा करबै ना,
से हम पूजा करबै ना,
पंडित पुरहित बजेलियै,
से हम पूजा करबै ना,
पंडित पुरहित बजेलियै,
से हम पूजा करबै ना,
चिकनी माटि सानि पार्थिव,
शिव बनेलियै ,
हर हर शिव बनेलियै ,
से हम पूजा करबै ना,
से हम पूजा करबै ना,
पंडित पुरहित बजेलियै,
से हम पूजा करबै ना,
पंडित पुरहित बजेलियै,
से हम पूजा करबै ना…..
कमला आ कोशी जल सऽ,
कलश भरलियै,
हर हर कलश भरलियै,
बेलपातो तोरलियै ना,
बेलपातो तोरलियै ना,
धतुर अकोनक फूल सऽ बाबा,
रइच रइच माला गुथलियै ना,
धतुर अकोनक फूल सऽ बाबा,
रइच रइच माला गुथलियै ना……
बारी सऽ चुनि चुनि हम,
भांग लोढ़लियै,
हर हर भांग लोढ़लियै,
फेर पिसबो केलियै ना,
फेर पिसबो केलियै ना,
माखन मिसरी मिला कऽ,
बढ़ियां सऽ घोरलियै ना,
माखन मिसरी मिला कऽ,
बढ़ियां सऽ घोरलियै ना…..
गय के गोबर सऽ निपी,
ठाँव पिरही केलियै,
हर हर ठाँव पिरही केलियै,
आमक पल्लव लेलियै ना,
आमक पल्लव लेलियै ना,
बाबा दरभंगिया आ प्रशांतक,
आहां सुधियो नै लेलियै ना,
बाबा दरभंगिया आ प्रशांतक,
आहां सुधियो नै लेलियै ना,
चिकनी माटि सानि पार्थिव,
शिव बनेलियै ,
हर हर शिव बनेलियै ,
से हम पूजा करबै ना,
से हम पूजा करबै ना,
पंडित पुरहित बजेलियै,
से हम पूजा करबै ना,
पंडित पुरहित बजेलियै,
से हम पूजा करबै ना।
स्वर: दिलीप दरभगियाँ
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