शुक्रवार, 28 अप्रैल 2023

दूल्हा बनल श्रीराम हे लिरिक्स - Dulha Banal Shri Ram Hey Lyrics

Dulha Banal Shri Ram Hey Lyrics in Hindi Song by Poonam Mishra

चलु सखि हिलि-मिलि जनक के आँगन, 
दूल्हा बनल श्रीराम हे,
चलु सखि हिलि-मिलि जनक के आँगन, 
दूल्हा बनल श्रीराम हे,

द्वि ही किशोर बीच आयला वशिष्ठ गुरु - 2, 
एक गोर एक छथि श्याम हे,
चलु सखि हिलि-मिलि जनक के आँगन, 
दूल्हा बनल श्रीराम हे

देश-विदेश केर भूप सब आयला सखी - 2, 
घूर ताकि गेला निज धाम हे,
जे शिव धनुष छुबैत काल टूटि गेल, 
रहि गेल सिया जी के मान हे
चलु सखि हिलि-मिलि जनक के आँगन, 
दूल्हा बनल श्रीराम हे

रंग-विरंग केर बाजिगेल साज सखि - 2, 
बरसल सुमन आकाश हे,
देहिक वैदिक आहि सखि मिट गेल, 
मिट गेल तीनों पाप हे,
चलु सखि हिलि-मिलि जनक के आँगन, 
दूल्हा बनल श्रीराम हे।

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