रविवार, 9 फ़रवरी 2020

भंगिया के निंदिया में सुतला महादेव लिरिक्स - Bhangiya Ke Nidiya Me Sutal Mahadev Lyrics

Ge Mai Bhangiya Ke Nindiya Sutla Mahadev Sab Dhan La Gel Chor Lyrics

गे माई भंगिया के निंदिया में सुतला महादेव सब धन लऽ गेल चोर
सब धन लऽ गेल चोर गे माई, सब धन लऽ गेल चोर - 2

धन ही में धन छल एगो मृगछाला सेहो कोना लऽ गेल चोर,
गे माई एहेन उचित हम कतौउ ने देखलउ माला लऽ गेल चोर।

धन ही में धन छल ताम्रा कमंडल सेहो कोना लऽ गेल चोर,
माई एहेन उचित हम कतौउ ने देखलउ घंटी लऽ गेल चोर।

धन ही में धन छल जौ के मोटरिया सेहो कोना लऽ में गेल चोर,
गे माई एहेन उचित हम कतौउ ने देखलउ अच्छत लऽ गेल चोर।

धन ही में धन छल एकैह तिरशूल सेहो कोना लऽ गेल चोर,
गे माई एहेन उचित हम कतौउ ने देखलउ डमरू लऽ गेल चोर।

धन ही में धन छल भांग और गांजा सेहो कोना लऽ गेल चोर,
गे माई एहेन उचित हम कतौउ ने देखलउ बसहा लऽ गेल चोर।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !