बुधवार, 12 जून 2019

संगी सखि हे बहिना - लिरिक्स Sangi sakhi he bahina Lyrics

Sangi sakhi he bahina Lyrics


संगी सखि हे बहिना
हम आइ देखल एक सपना
हे हम आइ देखल एक सपना

हमरो साजन बूढ़ बर छथि
मुखमे दांत एको नहि
पाकल-पाकल केश बूढ़ के
देखबामे केहनो नहि

नहि छनि बूढ़के घर-घरारी
नहि छनि केओ अपना
जे किछु बांचल छलनि बूढ़ के
ब्याहमे पड़लनि भरना

जखन बुढ़ा कोबर घर चलला
थर-थर कांपय बदनमा
जखनसँ देखल इहो सपन हम
झर-झार बहय नयनमा
संगी सखी हे बहिना
हे हम आइ देखल एक सपना

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