सब कमरथुआ आबि रहल छी,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
पथ में धूम मचाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
पथ में धूम मचाय,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
सब कमरथुआ आबि रहल छी
माँ गंगा सं जल भरी अनलौं,
अहिं के भरोसे कांवर उठेलौ
माँ गंगा सं जल भरी अनलौं,
अहिं के भरोसे कांवर उठेलौ,
छन मन आगा छन मन पाँछा,
खन मन आगा खन मन पाँछा,
कान्हा गेल आगियै,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
पथ में धूम मचाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय
रौद लागै यै पैर पाकै यै,
आंकर पाथर सेहो गरै यै
रौद लागै यै पैर पाकै यै,
आंकर पाथर सेहो गरै यै,
ऊंच पहाड़ के देखीते बाबा,
ऊंच पहाड़ के देखीते बाबा,
मोन होय यै घुरि जाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
पथ में धूम मचाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय
सांझ परल जंगल बिच परलौ,
बाट आहाँ के सेहो बिसरलौ
सांझ परल जंगल बिच परलौ,
बाट आहाँ के सेहो बिसरलौ
डर सं थर-थर देह कपै यै,
डर सं थर-थर देह कपै यै
भैरव दियऽ पठाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
सब कमरथुआ आबि रहल छी,
पथ में धूम मचाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय,
जपै छी ओम नमः शिवाय...।
स्वर: शारदा सिन्हा
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