बुधवार, 10 नवंबर 2021

आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे लिरिक्स | Aaju Janakpur Me Madwa bara Suhavan Lyrics

आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे
आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे
सीता के चढ़ेला हरदिया मनभावन लागे

हरे हरे बांसवा के माड़वा छवइले चाचा
हरे हरे बांसवा के माड़वा छवइले चाचा
चवमुख दियावा जराये हो मनभावन लागे
आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

इहे मड़उआ तरे बेटी के पापा आसन लागावे
इहे मड़उआ तरे बेटी के पापा आसन लागावे
शुभे शुभे करीहे बियाहवा हो सुहावन लागे
आजू जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

माड़वा के बिचे बिचे कलशा धराइल
माड़वा के बिचे बिचे कलशा धराइल
सखी सब गावे मंगल गितवा मन भावन लागे
आजू जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

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