रविवार, 2 अगस्त 2020

मुरलीधारी यौ सांझ पड़ैते घर आयब लिरिक्स

मुरलीधारी यौ सांझ पड़ैते घर आयब
कथी केर दीप कथी सूत-बाती
मूरलीधारी यौ कथी केर तेल जरायब
सोना केर दीप मुरली सूत-बाती
मुरलीधारी यौ सरिसो केर तेल जरायब
जरय लागल दीपधारी झमकऽ लागल बाती
मुरलीधारि यौ खेलऽ लगली संझा सारी राती

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