बाबा कोन कलम सँ लिखलौं हमर कपार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
बाबा कोन कलम सँ घसलौं हमर कपार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
माथा नाचय सदखन काल,
दुख सं रहै छी बेहाल,
माथा नाचय सदखन काल,
दुख सं रहै छी बेहाल,
कष्टक लागल रहै आठोधरि भरमार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
क्यो नहि सुनय हमर ई बतिया,
सोचिते फाटत रहय छतिया,
क्यो नहि सुनय हमर ई बतिया,
सोचिते फाटत रहय छतिया,
बिपति परल ऐछ माथा पर अपार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
रहल अपनेहि टा पर आस,
बनब अहि केर हम दास,
रहल अपनेहि टा पर आस,
बनब अहि केर हम दास,
मणिकांत सरण में आयल करियौ ने उधार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
बाबा कोन कलम सँ लिखलौं हमर कपार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
बाबा कोन कलम सँ लिखलौं हमर कपार यौ
फसलौं हम मजधार यौ ना
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