हम गुदरी पहिर रहि लेबै
हमरा चाही नै रेशम के नुआ
हमर सासु जी बौआ दुलरुआ
कतेक दिन रहबै यौ मोरंग में
हे यौ आम मजैर गेल महुआ
हाय सपने में बीतल फगुआ
कटलौ कुहैर दुपहरिया जीवन में
हमरा मरुए के रोटी नीक लागै
हमरा चाही ने खीर पूरी पूआ
अहाँ बिनु भादव अन्हरिया जीवन मे
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