Dukh Mora Dur Karu Lyrics
अपने के नाम भोला औढरढरनमा से,
दुःख मोरा दूर करु,
पूर करु मनमा पूतक उछाह छल दशरथ घरबा
देश ओ विदेशवा मे पड़ल हकरबा
मन मोरा रहि गेल कौशल्या अंगनमा से।
बचबा के छीनि हम लेल निज कोड़बा
चितबा चोराय लेल राम चितचोरबा
हमरा लगाय देल साँचे कोनो टोनमा से।
पूर्ण ब्रह्म हेतू चाही आदिशक्ति बेटिया
दुहुक मिलन देखि जूड़ हैत छतिया
करब जमाय आहे हमरो परनमा से।
देह के भुलाय भेला जनक विदेहिया
हरियर - हरियर लतिका सनेहिया
रामजी जमाय होथि दिय वरदनमा से।
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