स्नेहलता कृष्ण भजन गीत - श्रीकृष्ण पनिघट लीला
करि सोलहो सिंगार, गोपी चलल हजार
लेल गगरी सम्हारि, पनिघटवा पर।।
नन्दलाला के बजा लेब, अपना लग कऽ बैसा लेब
तब करब सजाय, पनिघटबा पर।।1।।
कोइ कहे इठलाय, लेब लग मे बैठाय
देव सड़िया पेन्हाय, पनिघटबा पर।।2।।
हुनका छल से बुलायब, आइ औरत बनायब
करब असली उपाय, पनिघटबा पर।।3।।
कृष्ण राधा के बनायब, हाथ मुरली धरायब
मोर मुकुट सजायब, पनिघटबा पर।।4।।
हरि जयता सिठिआय, जैतेन्ह महिरम बुझाय
हम सब थपड़ी बजायब, पनिघटबा पर ।।5।।
मिलि गोपी समुदाय, लेल गगरी उठाय
सब सोझे चली जाय, पनिघटबा पर।।6।।
लीला गाबे कपिलेश, मजा पनिघट के लेब
देखब हरि के फरेब, पनिघटबा पर।।7।।
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