मिथिला धरोहर, दरभंगा : दरभंगा के इतिहास मे 17 अप्रैलक तारीख बहुते महत्वपूर्ण अछि। इ वैह तारीख अछि जेखन 143 साल पहिले वर्ष 1874 ई० मे तिरहुत रेलवे के पहिल ट्रेन समस्तीपुर सँ दरभंगा पहुंचल छल (Darbhanga Frist Train, Nargona Palace )। दरभंगा के नवका पीढ़ी आय शहर मे दू टा रेलवे स्टेशन देखय छथि, एकटा दरभंगा जंक्शन आ दोसर लहेरियासराय स्टेशन।
मि.ध.- दरभंगा मे कहिओ तीनटा रेलवे स्टेशन होइत छल।
◆ तेसर रेलवे स्टेशन वर्तमान लनामिविवि स्थित नरगौना पैलेस के परिसर मे होइत करैत छल जेकरा नरगौना टर्मिनल के नाम सँ जानल जाइत छल।
◆ जानकारक मानि त छत्र निवास परिसर जे बाद मे नरगौना परिसरक नाम सँ जानल गेल, देशक इकलौता महल छल जेकर परिसर मे रेलवे स्टेशन भेल करैत छल।
◆ एकर अवशेष आयो नरगौना परिसर मे अपन सुनहरा अतीत के याद करैत मौजूद अछि।
◆ अहि स्टेशन पर दरभंगा राज के पैलेस ऑन व्हील दौड़ल करैत छल।
◆ अहि ट्रेनक उपयोग राज परिवार के लोग, तिरहुत सरकारक अधिकारि आ अतिथि के लाबय ल जाय मे कैल जाइत छल।
◆ पैलेस ऑन व्हील अत्याधुनिक सुविधा सँ युक्त छल।
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मि.ध.- पटरि के जगह आब पगडंडी
◆ जतय पहिले पटरि बिछैल गेल छल, ओतय आय पगडंडी नजर आबय अछि।
◆ ओना प्लेटफार्म के कुछ अवशेष अखनो बचल अछि।
◆ इ अवशेष अहि बातके गवाही दय अछि जे शहरक अतीत बहुते सुनहरा छल।
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मि.ध.- प्रथम राष्ट्रपति केने छलैथ यात्रा
◆ देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरु, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सहित राष्ट्रीय फलक के कतेको चर्चित हस्ति अहि पैलेस ऑन व्हील पर सफर केने छलथि।
◆ 1976 मे परिसरक अधिग्रहण के उपरांत पैलेस ऑन व्हील के अनुपयोगी और राजशाही के प्रतीक कैह के कबाड़ी के हाथों बेच दिया गया।
◆ लोगक मानु त ओहि पैलेस ऑन व्हील सँ लगभग 350 किलो चांदी निकलल छल जेकर आय तक कुनो अता-पता नय अछि।
◆ ओतय बरौनी मे राखल बड़ी रेल लाईन के पैलेस ऑन व्हील के 1975 मे आगिक हवाला क देल गेल।
◆ जाहि गेट सँ पैलेस ऑन व्हील नरगौना टर्मिनल पर प्रवेश करय छल ओहि गेट के तोइड़ आय ओतय ईंटाक पक्का दीवार ठाड़ क देल गेल अछि।
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