घूमू-घूमू महादेव आजु वेदी हे - वेदी घुमैबा काल के लोकगीत
घूमू-घूमू महादेव आजु वेदी हेएक नागरि जे नाक धयने
एक लगौने गराती हे
चारू कोना चारि कर बैसाओल
घूमि-घूमि ताहि पर बैसू हे
तीन बेर जे घूमि लेब दुलहा
पहिरि लिअ विधिक धोती हे
भनहि विद्यापति सुनू मनाइनि
गौरी ब्याहन आयल योगी हे
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