Araji Araji Bhola Kekra Ke Dai Chhi Lyrics in Hindi
अरजी अरजी शिव ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ - 2,
घर मे किछु ने देखै छी महादेव - 2,
घर मे किछु ने देखै छी यौ
अरजी अरजी शिव ककरा के दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ
बारीए झारीए भांग खोंटय छी,
अंचरा पर सुखबै छियौ
अंचरा पर सुखबै छी महादेव
अंचरा पर सुखबै छी यौ
अरजी अरजी शिव ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ
बान्हल बसहा घासो ने खाय यै,
डोरी पकरी रमबय छी यौ
डोरी पकरी रमबय छी महादेव
डोरी पकरी रमबय छी
अरजी अरजी शिव ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ
कार्तिक गणपति दूई जन बालक,
तकरो दिस ने तकै छी यौ
कार्तिक गणपति दूई जन बालक
तकरो दिस ने तकै छी यौ
अरजी अरजी शिव ककरा के दई छी
घर मे किछु ने देखै छी यौ
Araji Araji Bhola Lyrics - संस्करण 2
अरजी अरजी भोला ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ - 2,
घर मे किछु ने देखै छी सदा शिव - 2,
घर मे किछु ने देखै छी यौ
अरजी अरजी शिव ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ
बारीए झारीए भांग काटय छी
अंचरा पर सुखबै छियौ
अंचर पर सुखबै छी महादेव
अंचरा पर लय सुखबै छि यौ
अरजी अरजी भोला ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ
बान्हल बसहा घासो ने खाय यै
डोरी पकरी नमबय छी यौ
डोरी पकरी रमबय छी महादेव
डोरी पकरी रमबय छी
अरजी अरजी भोला ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखैय छी यौ
कार्तिक गणपति दूई टा बालक
तकरो किया ने देखय छी यौ
कार्तिक गणपति दूई जन बालक
तकरो दिस ने तकै छी यौ
अरजी अरजी भोला ककरा दइ छी
घर मे किछु ने देखै छी यौ
देखियौ हे बहिना
इहो पढ़ब:-
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !