रविवार, 23 जून 2019

एक त हम बारी कुमारी दोसरमे शिव के दुलारी लिरिक्स Ek T Ham Bari Kumari Lyrics

Ek T Ham Bari Kumari Lyrics


एक तऽ हम बारी कुमारी, दोसरमे शिव के दुलारी - 2
कि आहे सखिया, कोने अवगुनमा शिव मोरा त्यागल रे की - 2

फुल लोढ़य गेलहुँ बाड़ी, सड़िया अँटकि गेल डारी - 2
कि आहे सखिया बिनु शिव सड़िया के उतारत रे की - 2

जाहि बाटे शिव गेला, दुभिया जनमि गेल - 2
कि आहे सखिया तइयो ने घुरि शिव गृह आयल रे की - 2

के तोरा जन्म देल, के तोरा कर्म देल - 2
कि आहे सखिया के तोर पाती-पाती लीखल रे की - 2

माय-बाप जन्म देल, शिव मोरा कर्म देल - 2
कि आहे सखिया, भोला मोर पाती-पाती लीखल रे की - 2

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