Hay Har hamro Kin Diya Gahna Lyrics
हे हर, हमरो किन दिय गहना
हे हर, हमहु पैहरब गहना
लक्ष्मी और शारदा पैहरथि
हीरा-मोती के गहना
ई उपहास सहल नहि जाई अछि
झहैर रहल दुनु नैना
हे हर, हमरो किन दिय गहना
देखि दशा गौरी अति व्याकुल
शिव जी के उपजल करूणा
एक चुटकी लैय भस्म पठौलैन
गौरी के धनपति अंगना
हे हर, हमरो किन दिय गहना
भस्म देखि कर जोड़ धनपति
कहलनि सुनु हे उमा
एहि भस्मक समतुल्य एको नहि
त्रिभुवन के ये हि गहना
हे हर, हमरो किन दिय गहना
एक पलड़ा पर भस्म के राखल
एक पलड़ा पर गहना
भंडारक सब संपत्ति चढ़ि गेल
पलड़ा रहि गेल ओहिना
हे हर, हमरो किन दिय गहना
लीला देखि चकित भेलि गौरी
देखु भस्मक महिमा
भस्म उठाय परौलिन गौरी
खसलनि शिव जी के चरणा
हे हर, हम नै लेब आब गहना
हे हर, अहिं थिकौं हमर गहना
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