गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018

माँ के द्वार पर अड़हुल फुल गछिया लिरिक्स

Maa Ke Dwaar Par Arahul Phul Gachhiya Lyrics

माँ के द्वार पर अड़हुल फुल गछिया
माँ हे फड़-फूल लुबधल डारि
दछिन पछिम सँओ सूगा एक आयल
माँ हे बैसि गेल अड़हुल फूल गाछ
फड़ो ने खाय सुगा फूलो ने खाय
माँ हे पाते पाते खेलय पतझार
कहाँ गेल किए भेल डीहबार ठाकुर
माँ हे अपन सूगा लीअ ने समुझाय
भनहि विद्यापति सुनू जगदम्बा हे
माँ हे सेवक पर रहबइ सहाय

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