गुरुवार, 17 सितंबर 2020

सांझ दियऽ सांझ दियऽ प्रेम के सुन्दरिया हे लिरिक्स

Sanjh diya sanjh diya lyrics

सांझ दियऽ सांझ दियऽ
प्रेम के सुन्दरिया हे
सांझ बीतल जाइए

घरसँ बहार भेली सुन्दर सोहागिन
लेसि लेल चौमुख दीप हे
सांझ बीतल जाइए

पहिल सांझ दियऽ कालीक आगू
रहती सभ दिन सहाय हे
सांझ बीतल जाइए

दोसर सांझ दियऽ कोबर घर हे
वर कन्याक बढ़त अहिबात हे
सांझ बीतल जाइए

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