बुधवार, 25 सितंबर 2019

दहनही काल के गीत - मैथिली लोकगीत

राधा चलि भेलि - Maithili Lokgeet

राधा चलि भेलि गंगा असननमा
संग मुरली मोहनमा ना
राधा खोली राखल चीर
ओ उतारि देल चोलिया
ओतऽ कूदि भेली बिचे जमुनमा
संग मुरली मोहनमा ना
कृष्ण उठाय लेल चीर
चढ़ला कदमक बीच
कर जोड़ि करथिन राधा मिनती ना
संग मुरली मोहनमा ना

धनि संग करि असनाने - Maithili Lokgeet

धनि संग करि असनाने
निरखल हमे अनजाने
कदलिक दल तन लागे
छछलि सकल जल भागे
चिकुर फुजल अलि कारी
अंकम गहि रह सारी
टपटप मोति पथारा
अलक तिमिर बिच तारा
शशि मुख सागर छानल
पुनिमक शशि धय आनल
जलक थिकनि बड़ भागे
सगर रमनि तन लागे
कुमरक दह असनाने
सतत लिखल रहु ध्याने
वर केँ खयबा काल

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