अहाँ मंद-मंद मुसकेलौ जे मोन हारलौं पाहुन,
मोन हारलौं पाहुन,
अहाँ मंद-मंद मुसकेलौ जे मोन हारलौं पाहुन,
मोन हारलौं पाहुन,
मोन हाईर अहाँ पर जितलौं ई संसार यौ पाहुन,
संसार यौ पाहुन,
अहाँ मंद-मंद मुसकेलौ जे मोन हारलौं पाहुन,
मोन हारलौं पाहुन
बड़ तेज चमक मुखड़ा पर,
और सुंदर नयन मऽ काजर
बर तेज चमक मुखड़ा पर,
और सुंदर नयन मऽ काजर
अहाँ रखलौ चरण एहि मिथिला मऽ
अहाँ रखलौ चरण एहि मिथिला मऽ
उजियार यौ पाहुन, उजियार यौ पाहुन,
अहाँ मंद-मंद मुसकेलौ जे मोन हारलौं पाहुन,
मोन हारलौं पाहुन
सीता के भेल स्वयंवर,
छल बड़का बड़का धुरन्धर
सीता के भेल स्वयंवर,
छल बराका बरका धुरन्धर
शिव धनुष उठाय कऽ बनलौं अहाँ
शिव धनुष उठाय कऽ बनलौं अहाँ
परिवार यौ पाहुन, परिवार यौ पाहुन,
अहाँ मंद-मंद मुसकेलौ जे मोन हारलौं पाहुन,
मोन हारलौं पाहुन
जे मिथिला भेल ससुरारी,
स्वागत में भेटत गारि
जे मिथिला भेल ससुरारी,
स्वागत में भेटत गारि
और खूब मिलत आब परिछन मऽ
दुलार यौ पाहुन, दुलार यौ पाहुन,
अहाँ मंद-मंद मुसकेलौ जे मोन हारलौ पाहुन,
मोन हारलौं पाहुन...।
स्वर: प्रिया मल्लिक
गीतकार: सूरज कॉर्नर
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