शुक्रवार, 20 जनवरी 2017

मैथिली किस्सा : गोनू झा के चतुराई

मिथिला धरोहर : मिथिला नरेश केर सभा मे हुनक बचपन'के मित्र परदेश ऐल छल। नरेश हुनका अपन अतिथि कक्ष मे लऽ गेलैथ। ओ अपन मित्र के खूब आवभगत केलैथ। अचानक मित्र के नजैर दीवार पर लागल एकटा चित्र पर गेलनि। चित्र खरबूजा के छल। मित्र बजला - कतेक सुंदर खरबूजा अछि। बहुते दिन सँ खरबूजा खाय लेल कि, देखयो लेल नय भेटल? अगिला दिन मित्र यैह बात दरबार मे दोहरेला। मिथिला नरेश दरबारि दिसन देख कऽ कहलखिन- कि अतिथि के इ मामूली सन इच्छो पूरी नय कैल जा सकैत अछि?

सबटा दरबारी, मंत्री, पुरोहित खरबूजा के खोजय मे लाइग गेला। बाजार'क कोना-कोना छान मारल गेल, गाम मे सेहो ताकल गेल। गाँव बला इ बात सुइन हंसैत छल जे एही सर्दी कऽ मौसम मऽ खरबूजा कतय भेटत।

जेखन सब थाइक गेल तखन एकटा दरबारी व्यंग्य सँ कहलैथ - महाराज, अतिथि के इच्छा गोनू झा टा पूरा कऽ सकैत छथि। स्तय अछि हुनका खेत मे अहिओ समय बहुते रास रसगर खरबूजा लागल हैत।

इहो पढ़ब:- 

मिथिला नरेश गोनू झा दिसन देखलैथ। नरेश केर आज्ञा मानैत गोनू झा किछ दिनक समय मांगलनी फेर किछु उपाय सोचैत दरबार सँ चैल गेला।

किछ दिन बीतला के बादो गोनू झा दरबार मे नय एला। पुरोहित कहलैथ- कतउ डैर के गोनू झा राज्य छोइड़ के तऽ नय चैल गेला।

एक दिन भोरे जेखन मिथिला नरेश अपन मित्रक संगे बागिचा मे टहैल रहल छला तहन गोनू झा कतेको सेवक कऽ संग एला। सब गोटे मिथिला नरेश के प्रणाम केलैथ। सेवक कऽ संगे आनल गेल टोकना जमीन पर राईख देल गेल। ओहिमे खरबूजा छल।

इहो पढ़ब:-

इ देख नरेश खुश भऽ उठला। हुनक मित्र कहलनि जे आय वर्षों उपरांत अतेक नीक खरबूजा देख रहल छी। मिथिला नरेश सेवक सँ हाँसू आ थाड़ी अनबाक लेल कहलैथ तऽ गोनू झा बजला- क्षमा करब महाराज, अहाँ के अतिथि कहने छलैथ जे वर्षों सँ खरबूजा नय देखलो ताहि लेल इ खरबूजा खेबाक लेल नय, देखबाक लेल अछि। इ माटिक बनल अछि।नरेश सहित सब दरबारी गोनू झा केर चतुराई पर दंग रैह गेला। गोनू झा केर चतुराई पर मित्र सेहो जोर सँ हैंस परला- वाह गोनू झा, बुझु हम खरबूजा देखबे नय केलौ, खायो लेलौं।

मि‍थिला नरेश गोनू झा के हुनक चतुराई के लेल ढेर रास इनाम दैइत हुनका शाबाशी देलैथ जे अहाँ सचमुच अहि दरबार के अनमोल रत्न छी, अहाँ अपन सूझबूझ सँ आय हमर मित्र के इच्‍छा पूरा भऽ सकल।

शनिवार, 14 जनवरी 2017

मिथिलाक अहि संग्रहालय मे अछि एक इंच के दुर्लभ रामायण आ कुरान ...जानू

मिथिला धरोहर : दरभंगा जिला मे स्थित चंद्रधारी संग्रहालय मे बहुते बहुमूल्य धरोहर सुरक्षित राखल गेल अछि। एतय ब्रह्मा के दुर्लभ पांचजन्य शंख अछि। दांया दिस मुंह वला दक्षिणवर्ती शंख अछि। 24 तरहक हीरा अछि। एकटा एहन अंगूठी सेहो अछि, जेकरा पहिरला सँ शरीर के तापमान'क जानकारी भेटैत अछि। हीरा जडि़त शिव विद्या यंत्र, श्रीचक्र, एकमुखी रुद्राक्ष समेत सोना के बहुते सिक्का अछि। अहि ठामक धरोहर के लिस्ट एतय पूरा नय होइत अछि। 
एतय महज एक इंच के रामायण, दुर्गा सप्तशती आ कुरान सेहो राखल गेल अछि। अहि पुस्तक के लेंसे टा सँ पढ़ल जा सकैत अछि। एतय बहुते अन्य दुर्लभ चीज सेहो अछि, जेकरा देखला सँ समृद्ध विरासत के स्मृति जीवंत भऽ उठैत अछि। संग्रहालय के विशेष दीर्घा मे राखल एक इंच के तीनो धार्मिक ग्रंथ (रामायण, दुर्गा सप्तशती आ कुरान) के लंबाई आ मोटाई मात्र एक इंच अछि। अहिमे रामायण आ दुर्गा सप्तशती केर सबटा अध्याय और कुरान कऽ सबटा आयत समाहित अछि। लेखक अचलाईनाथ योगी जी पूरा ग्रंथ के एही तरहे समायोजित केने छथिन जे देखय बला आश्चर्यचकित रैह जाइत छथि। अहिक प्रकाशन बनारस'क गोरखानंद पुस्तकालय सँ भेल अछि।
1957 मे भेल छल स्थापना
चंद्रधारी संग्रहालय के स्थापना 7 दिसंबर 1957 के कैल गेल छल। पहिले एकर नाम मिथिला संग्रहालय पड़ल। बाद मे मुख्य दाता मधुबनी जिला के रांटी ड्योढ़ी के जमींदार बाबू चंद्रधारी सिंह केर नाउ पर एकर नामकरण भेल। हुनका सँ भेटल कलाकृति आ धरोहर सँ एकर निर्माण कैल गेल छल। एतय 11 दीर्घा मे पुरातात्विक आ कलात्मक कृतिं प्रदर्शित अछि। आम दर्शक लेल दस सँ चाइर बजे धरि संग्रहालय खुजल रहैत अछि। 


कतेको हस्ति के भऽ चुकल अछि आगमन
संग्रहालय मे देश के कतेको हस्ति के आगमन भऽ चुकल अछि। दरभंगा के महाराजा कामेश्वर सिंह खुद धरोहर के अवलोकन कऽ चुकल छथि। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन, लोकनायक जयप्रकाश नारायण आ हुनक  पत्नी प्रभावती, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सह, कर्पूरी ठाकुर, पूर्व राज्यपाल डॉ. एआर किदवई, डॉ. एलपी शाही, जगन्नाथ कौशल आदि एकर मुआयना कऽ चुकल छथि।

Tags: # Bihar museum # Chandradhari museum # Darbhanga museum  # Mithila heritage

शनिवार, 7 जनवरी 2017

विकाश झा ल'के आबि रहल छथि मैथिली लधु फिल्म "कवी कल्पना"

मिथिला धरोहर, प्रभाकर मिश्रा : कवित्व आ कठपिंगली स' ओत प्रोत, मैथिली साहित्य आ सिनेमा के अपूर्व प्रयोगधर्मी संयोग, बहुत जल्द अहाँ सभक समक्ष होयत। "कवी कल्पना" एकटा मैथिली लघु फिल्म ऐछ जे एकटा साहित्यिक मैथिली लघु कथा पर आंशिक रूप सा आधारित अछि। विकास झा केर निर्देशन मे बनल एकल म्यूजिक एलबम विडियो “नमरी लुच्चा” के सफलता के उपरांत महेश्वर फिल्म्स इंटरनेशनल सह एक्स्ट्रीम पिक्चर्स प्रोडक्शन्स केर बैनरक मिल-जुईल के लऽके आबि रहल छथिए

इहो जरूर पढ़ब :- 



कटा मैथिली लघु फिल्म "कवि कल्पना"। अहि लधु फिल्म के लेखन छायांकन संगे निर्देशित कऽ रहल छथि विकास झा, कलाकारक रूप मे भास्कर झा आ रौशनी झा। भाष्कर जी कवी जी के भूमिका में छथि आ रौशनी झा कवी जे के पत्नी के भूमिका मे छथि। फिल्मक शूटिंग पूरा कऽ लेल गेल अछि, जल्दे टीजर प्रदर्शित करवाक सुचना अछि।
भाष्कर झा एही सा पहिने बहुत रास मैथिली धारावाहिक, हिंदी सिनेमा धारावाहिक आ विज्ञापन फिल्म में काज केने छथि संगेह हन्दी आ मैथिली रंगमंच मे सेहो मुख्य रूप सँ जुडल छथि आ रंगमंच निर्देशक के तौर पर कतेको रास नाटक के निर्देशन केने छैथ। रौशनी झा अहि सँ पहिने मैथिली फिल्म 'मुखिया जी' आ धारावाहिक 'एस एन झा के गजबे दुनिया' मे सेहो काज कऽ चुकल छथि।

Tags #maithili short film #kavi kalpna #cinemaofbihar #maithilicinema

बुधवार, 4 जनवरी 2017

मैथिली साहित्यकार गंगेश गुंजन

मिथिला धरोहर, मधुबनी : मैथिली आ हिन्दी साहित्य केर चिर-परिचित कवि, कथाकार, गीतकार, नाटककार आ संपादक गंगेश गुंजन के 2017 के प्रबोध साहित्य सम्मान सँ सम्मानित कैल जेतनि। स्वस्ति फाउंडेशन सहरसा दिस सँ इ सम्मान प्रतिवर्ष देल जाइत अछि। मैथिली के सर्वाधिक प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार प्रबोध साहित्य सम्मान के लेल चुनल जेवाक जानकारी संस्था के संरक्षक उदय नारायण सिंह नचिकेता जी श्री गुंजन के देलनि।

मधुबनी शहर सँ सटल पिलखवार के रहय वला गुंजन जी एक दर्जन सँ बेसी साहित्यिक कृति के सृजन कऽ चुकल छथि। मैथिली मे हुनक अन्हार इजोत, ‘उचितवक्ता (कथा-संग्रह), पहिल लोक (उपन्यास), हम एकटा मिथ्या परिचय, (दीर्घक विता), लोक सुनू (कविता संग्रह), बुधिबधिया, आइ भोट (नाटक), प्रकाशित भऽ चुकल अछि। ओतय हिन्दी मे ‘शब्द तैयार है (कविता संग्रह) प्रकाशित भऽ चुकल अछि। मिथिलांचल के लोककथाएं (संकलन) तथा ‘नैका बनिजारा उपन्यास के सेहो ओ हिन्दी मे सफल अनुवाद केने छथि।  साथे ‘उचित वक्ता कहानी संग्रह पर हिनका 1994 मे साहित्य अकादमी पुरस्कार सँ सम्मानित कैल गेल छलनी।
Tags #Madhubani #Maithili literature dignity #Enlightenmen writer #Gangesh Gunjan

सोमवार, 2 जनवरी 2017

मिथिला आ मैथिली सँ जुरल खबरक वार्षिक लेखा जोखा : 2016

मिथिला धरोहर, प्रभाकर मिश्रा : अहि सालके अर्थात 2016 के शुभारंम्भ भेल मैथिली फ़िल्म 'मिथिला मखान' के ट्रेलर सँ जेकरा 1 जनवरी (2016) के युट्यूब पर लॉन्च कैल गेल। 

7 जनवरी के मैथिली केर कथाकार और समीक्षक राजमोहन झा केर 87 वर्षक उम्र मे देहांत। हिनका मैथिली कथा ‘आई काल्हि परसू’ के लेल वर्ष 1996 मे साहित्य अकादमी दिल्ली सँ पुरस्कृत कैल गेल छलनी। मैथिली मे हुनक कुल नौ टार
चना अछि।

12 सँ 14 फरवरी धरि पटना के यूथ हॉस्टल मे मैथिली लेखक संघ द्वारा मैथिली लिटरेटर फेस्टिवलक आयोजन।

14 फरवरी के पटना मे विमोचित भेल पहिल मैथिली लप्रेक संग्रह 'प्रेमक टाइमलाइन', कुल 53 टा कथा अछि।

21 फरवरी के आयल अत्याधुनिक मैथिली वीडियो 'नमरी लुच्चा' विकास झा केर निर्देशन मे, गीत-संगीत प्रवेश मल्लिक केर, स्वर प्रेम प्रकाश कर्ण केर।

28 फरवरी के मिथिलालोक संस्था दिस सँ दिल्ली क' आईटीओ स्थित राजेंद्र भवन मे 'पाग बचाउ अभियान' क' औपचारिक शुरुआत, अभिनेता नरेंद्र झा सेहो भेल छलैथ सामिल।

16 मार्च के भारतीय नोट पर मैथिली भाषा मे छपबाक घोसना।

19 मार्च के मैथिली साहित्यक वरीष्ठ साहित्यकार डा सुरेश्वर झा केर निधन।
डा झा के मैथिली मे लिखल हुनकर पुस्तक संघर्ष आ सेहन्ता के लेल वर्ष 2013 के साहित्य अकादेमी पुरस्कार भेटल छलनि।

27 मार्च के दिल्लीक राजेंद्र भवन मे मिथिला स्टूडेंट युनियन मनेलक अपन पहिल स्थापना दिवस।

28 मार्च के भेटल मैथिली फिल्म 'मिथिला मखान' के 63म नेशनल अवॉर्ड, चम्पारण टाकिज बैनरक अधीन एही फ़िल्म के निर्देशित केने छथि नितिन चन्द्रा।

1 सँ 3 अप्रैल धरि झारखंड मिथिला मंच राँची द्वारा 'मिथिला महोत्सव'क आयोजन।

8 मई के मधुबनी सँ पाग बचाऊ मार्च के शुभ आरम्भ।

17, जून के दिन मिथिलांचलक सम्मानक प्रतीक 'पाग' शब्द अर्बन डिक्शनरी मे भेल शामिल।

17 जून के प्रदर्शित भेल मिथिलाक लोक संसकृति पर बनल हिन्दी फिल्म जट-जटिन। बेगुसराय के ए पतंग फिल्मस के बैनरक अधीन  बनल एही फिल्म के निर्माता आ लेखक छथि अनिल पंतग।

19 जून के अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के 23वां स्थापना दिवस बिष्टुपुर स्थित श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान सभागार मे मनायल गेल।

24 जुलाई के दिल्ली स्थित मावलंकर हॉलमे दीपक फाउन्डेशन आ विश्व मैथिल संघ केर संयुक्त तत्वावधनामे “संस्कृति एवं सभ्यता संरक्षण समारोह” कार्यक्रमक आयोजन।

10 अगस्त के दिल्ली के होटल ली मेरिडियन, मे भेल 'अटल मिथिला सम्मान' समारोहक आयोजन। अश्विनी झा केर संगे उदित नारायण, बिंदेश्वर पाठक, शारदा सिन्हा, डॉ सीपी ठाकुर प्रो. मनोज तिवारी, एनएन झा आदि केर लालकृष्ण आडवाणी हात सँ सम्मानित कैल गेलनि। 

21 अगस्त , दिल्लीक कनाट प्लेस स्थित मिथिला चौक पर पिपलेश्वरी काली मन्दिर मे 'मैथिली जिन्दाबाद' पाक्षिक केर विमोचन

18 सितम्बर के साहित्यिकी’ केर 273मा बैसार मधुबनी बिट्ठो गाम मे संपन्न भेल जाहि मे करीब 3 दर्जन मैथिली कवि, कथाकार साहित्यसेवी, अभियानी लोकनिक सहभागिता भेल छला।

27 सितम्बर के मुम्बई मे आयोजित जागरण फिल्म उत्सव मे प्रदर्शित भेल मैथिली फिल्म 'मिथिला मखान'

16 अक्टूबर के मिथिला लोक फाउंडेशन द्वारा दरभंगा मे ‘पाग बचाउ अभियान के शुभारंभ।

19 अक्टूबर के राष्ट्रवादी कवि आ साहित्य अकादमी पुरस्कार सँ पुरस्कृत महान कवि आ प्रसिद्धि गीतकार चन्द्रभानु सिंह केर हुनक अपन गाम नदियामी (दरभंगा) मे देहांत। 94 वर्षीय कवि चन्द्रभानु बाबू के जन्म 1 मार्च 1922 के भेल छलैन। कवि कालिदास द्वारा रचित महाकाव्य “शकुंतला'' के मैथिली मे ओ अनुवाद केने छलथि, ताहिलेल हिनका 2004 मे साहित्य अकादमी पुरस्कार भेटल छलनी।

23 अक्टूबर के मिथिला समन्वय समिति और मिथिला महिला विकास संस्थान द्वारा मुंबई (ठाणे) मे मैथिली वर-वधु परिचय सम्मेलनक आयोजन।

12 सँ 14 नवंबर धरि चेतना समिति द्वारा पटना मे विद्यापति भवन आ सिन्हा लाइब्रेरी परिसर मे आयोजित भेल 63वां विद्यापति स्मृति पर्व समारोह।

20 नवंबर के मैथिली पुस्तक ‘अक्षर पुरुष’ के लोकार्पण पटना म्यूजियम स्थित बिहार रिसर्च सोसाइटी के सभागार मे कैल गेल। 

17 दिसम्बर के दरभंगा मे दू दिवसीय मिथिला लोक उत्सव का आयोजन ।

21 दिसम्बर के मैथिली केर चर्चिक कवि और कथाकार श्याम दरिहरे के साल 2016 के साहित्य अकादमी पुरस्कार देबाक घोषणा।
इ पुरस्कार हुनकर कथा संग्रह 'बड़की काका एट हॉटमेल डॉट कॉम' (जाहि मे 18 कहानि अछि) के लेल देल जायत। 1994 मे सेरसों मे भूत कथा संग्रह सेहो लिखने छथि।

22 आ 23 दिसंबर के देवघर मे आयोजित भेल 13वां अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन।2003 मे मैथिली भाषा के भारतीय संविधानक अष्टम अनुसूची मे शामिल कैल गेलाक बाद सँ प्रत्येक वर्ष अहि कार्यक्रम के आयोजन कैल जाइत अछि।
Tags #mithilanews #maithilinews #16ofMithila