गुरुवार, 22 जून 2017

बड़ रे जतन सं सिया धिया पोसलहुँ लिरिक्स - समदाउन लोकगीत

Bara re jatan se hum siya dhiya lyrics

बड़ रे जतनसँ सिया धिया पोसलहुँ
सेहो रघुवंशी नेने जाय
आगू-आगू रघुबर, पाछू-पाछू डोलिया -2
ताहि पाछु लक्षुमन भाय

कथी केर डोलिया, केहन ओहरिया-2
कि लागि गेल बतिसो कहार
चानन केर डोलिया, सबुज ओहरिया से-2
कि लागि गेलई बतिसो कहार...

लऽ दऽ निकसल विजुबन कहरिया
जाहि वन ने अपन पराए

केओ जे कानय राजमहलिया
केओ कानय दरबार
केओ जे कानय मिथिला नगरिया
जोड़ीसँ बेजोड़ी केने जाय
अम्मा जे कानय राजमहल मे
बाबा कानय दरबार
सखी सब कानय मिथिला नगरिया
जोड़ीसँ बेजोड़ी केने जाय


बड़ रे जतन से हम सिया-धिया पोसली लिरिक्स (2)

बड़ रे जतन से हम सिया-धिया पोसली
सेहो धिया राम लेले जाय
आगू-आगू रामचन्द्र पाछू-पाछू डोलिया
ताहि पछु लछिमन हे भाई
एक कोस गेलों रमा दुई कोस गेलों
तेकर पाछे लगलई पियास
हाथ जोडू पाँव पडू अगिला कहरवा से
बा दियउ पनियां पिलाय
कोने रंग डोलिया कोने रंग कहरिया
कोने रंग बतीसो कहार
लाल रंग डोलिया सबुज रंग ओहरिया
लागी गेलई बतीसो कहार

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