शनिवार, 27 फ़रवरी 2016

इंडियन वॉलीबॉल टीम के चौखट पर मिथिला के बेटी 'ब्यूटी'

मिथिला धरोहर, भागलपुर : मात्र 14 सालक उम्र मे वालीबॉल के शौख हिनका गांव सँ शहर ल अनलनि। मूल रूप सँ मंझौल (बेगूसराय) के रहय वाली ब्यूटी के अपन सपना के उड़ान देवाके छलनी, से गांव सँ भागलपुर आबि गेलथि। ब्यूटी के भागलपुर के प्रदर्शनक आधार पर रांची स्थित साई (स्पोर्ट्स अॉथोरिटी ऑफ इंडिया) मे हुनक चयन कैल गेल छलनी आ ओहिके उपरांत ओ 2006 मे झारखंड स्टेट के टीम मे शामिल भ गेली। बाद मे जेखन रेलवे मे नौकरी लगलनि त ओ पश्चिम बंगाल के टीमक दिस सँ खेलय लगलि। ब्यूटी तिलकामांझी मोहल्ला मे किराया के मकान मे रहय छलि आ रोज भोर-साँझ सैंडिस मे प्रैक्टिस करय जाइत छलि।
ब्यूटी 2004 मे खेलनाय शुरू केलथि और ओहि साल बिहार के सब जूनियर टीम मे चयनित भ गेली। घरेलू मैच मे निक प्रदर्शनक कारणे बाद मे टीम के कप्तान सेहो बनलथि। 2005 मे जूनियर टीम के कप्तान बनली और कर्नाटक के कोपा मे राज्य के प्रतिनिधित्व केलनि। 2006 मे साई मे चयन हेबाके बाद ओ झारखंड टीम मे शामिल भ गेली। 2009 मे ग्वालियर मे आयोजित सातवां नेशनल सीनियर वॉलीबॉल चैंपियनशिप मे पहली बेरा झारखंड क्वार्टर फाइनल धैर पहुंच पैल छल।

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ब्यूटी के प्रयास सँ ऑल इंडिया साई मीट मे इस्ट जोन के पहिल स्थान भेटल। 2010 मे ब्यूटी के जूनियर नेशनल टीम मे कोचिंग के लेल चयन कैल गेल छलनी। 2012 मे ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में बेस्ट अटैकर के पृस्कार सेहो भेंट चुकल छनि। 2011 मे रांची मे आयोजित नेशनल गेम मे झारखंड टीम सँ खेलबा के मौका भेंटलनि।

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2013 मे ब्यूटी के खेल कोटा सँ साउथ इस्टर्न रेलवे मे नौकरी भेंटलनि। ओ एखनो प. बंगाल के आद्रा स्टेशन पर लिपिक के रूप मे पदस्थापित छथि। एही साल (2016) यूपी के मुरादाबाद मे सीनियर नेशनल मे प. बंगाल के प्रतिनिधित्व केलनि। टीम चौथा स्थान पर रहल छल। 2014 मे ऑल इंडिया इंटर रेलवे के टीम मे शामिल हेबाके उपरांत रामपुर, जयपुर, ग्वालियर, विशाखापत्तनम, मुरादाबाद आ बेंगलुरु मे अपन प्रतिभा के लोहा मनवेलनि। 2015-16 मे इंडियन रेलवे के प्रतिनिधित्व केलनि और गोल्ड मेडल हासिल केलथि। आब ब्यूटी के भारतीय टीम मे चयन लगभग तय अछि। ब्यूटी के किक आ एस अटैक जबरदस्त होइत अछि। 'मिथिला धरोहर' शुभकामना अछि जे ओ जल्दे टीम इंडिया मे खेलाईत देखेती।

सोमवार, 22 फ़रवरी 2016

21 फरवरी के मनाबु अप्पन मातृ भाषा दिवस

मिथिला धरोहर : 21 फरवरी अर्थात मातृ भाषा दिवस ... अहाँ मे सँ बहुते कम लोग के बुझल होयत जे आय कोन दिन अछि। आधहा सँ बेसी लोग के तऽ फरवरी खाली वैलेंनटाइन डे के लेल याद रहैत अछि। आय के दिन अपन माँ के भाषा के सेलिब्रेट करैय के अछि। आय के दिन अहाँ अपन मातृ भाषा चाहे मैथिलि, अंगिका, भोजपुरी, मगही, वजिजका, जे भी होय ओकरा सेलिब्रेट कऽ सकय छी। कियाकि विविध भाषा के एही मोति के पिरोये कऽ भारत देशक एकता के माला बनय अछि, जाहि मे धागा प्रेमक होयत अछि।

मुदा बदलैत परिवेश मे जतय आय लोग के लेल वक्त नय अछि ओतय आय लोग सब भाषा के खिचैड़ कऽ देलैथ अछि। अहाँ अपन लग-पासक लोगक बात पर गौर करव तऽ अहाँ पैव जे आय शायदे ही कुनो एहन पुरूष आ महिला होयत जे शुद्ध भाषा के प्रयोग करैत होयत.. जेना कि हिंदी बाजैत समय अंग्रेजी के प्रयोग, मैथिलि बाजैत हिंदी आ इंग्लिश शब्दक प्रयोग।


आय तऽ लोग महिलाओं सँ बात करैत कहैत छथि, आप खा रहे हो.. या फेर बड़का सँ बात करैत समयो तू-तड़ाके कऽ प्रयोग करैत छथि, जेना कि तू खा ले, आप निकलो वगैरह..वगैरह।

दोसर अहम बात जे आय-काइल सब जगह अछि अंग्रेजी के बोलबाला। भौतिकतावादी युग मे स्टेटस मेंटेन करबा के चक्कर मे हम विदेशी भाषा के तऽ तेजी सँ अपना रहल छी कियाकि इ बेहद जरूरी अछि, मुदा अपन पहचान और अपन मातृभाषा के बिसरैत जा रहल छी।

आय अगर मिथिलांचल दंपति दिल्ली, पुणे और बैंगलोर मे रहैत छथि तऽ हुनका बच्चा के मैथिलि नय आवैत अछि कियाकि ओ अपन बच्चा के कखनो मैथिलि बाजनय सिखेवे नय केलैथ, अगर बच्चा कखनो काल नकल करैतो छै तऽ डांट-फटकार परैत अछि कियाकि हुनका लागैत छैन जे हमर बच्चा मातृभाषा सीखे कऽ की करत ओकरा अंग्रेजी एवा चाहि कियाकि यैह सँ ओ स्मार्ट कहलैत जहनकि अपन क्षेत्रीय भाषा बाइज के पिछडल लागत।

इ सवटा लोगक ग्रसित मानसिकता कऽ सबूत अछि जेकर कारणे आय हमार क्षेत्रीय भाषा के ओ बढ़ावा नय भेटय अछि जे कि अंग्रेजी के भेंट रहल अछि। हम देशक आन-बान और शान के बरकरार राखबा के लेल सपत तऽ खाइत छि मुदा की मातृभाषा के अनदेखा कऽ के हम वाकई मे अपन सपत निभा रहल छी

शनिवार, 20 फ़रवरी 2016

मिथिलांचल के बेटी बनल पेटीएम के प्रमुख

मिथिला धरोहर : पटना वीमेंस कॉलेज सँ पढ़ाई करय वाली  समस्तीपुर के शिंजनी कुमार जल्दे पेटीएम बैंकिंग सेवा के सीइओ बनय वाली छथि। इ नय केवल मिथिलांचल लेल गर्व के बात अछि, अपितु मिथिलांचल के लड़कि सब के लेल प्रेरणा प्रदान करय वला खबर अछि।
इ निक खबर अछि जे मिथिलांचल एहन पिछड़ल प्रदेश के सामान्य परिवेश मे पलल-पढ़ल एकटा लड़की एकटा महत्वपूर्ण बैंकिंग सेवा पेटीएम के प्रमुख पद पर स्थापित भ रहल छथि। मिथिलांचल के समस्तीपुरक पुनास गांम के एकटा किसान परिवार मे जन्मलि शिंजनी कुमार लखीसराय के बालिका विद्यापीठ सँ पढ़वा के उपरांत पटना वीमेंस कॉलेज सँ अंगरेजी मे ग्रेजुएशन केलनि। ताहिक उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय सँ अंगरेजी मे एमए आ फेर अमेरिका के टेक्सास यूनिवर्सिटी के लिंडन जॉनसन स्कूल सँ पब्लिक पॉलिसी मे एमए कोर्स केलथि।

पढ़ाईक खर्च उठेवा के लेल ओ बालिका विद्यापीठ के प्रिंसिपल सेहो बनली। हिनक पिता कोल इंडिया मे काज करैत छलथि। अमेरिका सँ डिग्री हासिल करवा के उपरांत मार्च 1992 मे ओ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मे डिप्टी जनरल मैनेजर बनली आ नवंबर 2007 धरि एही पद पर रहली। एहीके उपरांत ओ दिसंबर, 2007 मे अमेरिका के वित्तीय संस्था मेरिल लिंच कंट्री कंपलायंस हेड के तौर पर जुड़ली और अक्तूबर, 2007 धैर एतय रहली।अक्तूबर, 2010 मे प्राइस वाटर्सकूपर मे डायरेक्टर के पद पर काज केलनि। मौजूदा समय ओ प्राइस वाटर्सहाउस कूपर्स (पीडब्लूसी) मे कार्यकारी निदेशक के पद पर छथि। आब शिंजनी कुमार के पेटीएम पेमेंट बैंक के सीइओ बननाय तय अछि। शिंजनी के मार्च मे पेटीएम बैंकिंग संग जुड़वा के पूरा संभावना अछि।
साभार : प्रभात खबर

बुधवार, 17 फ़रवरी 2016

मैथिली कथा संग्रह 'अकटा-मिसिया' के विमोचन

मिथिला धरोहर, मधुबनी। बसंत पंचमी के अवसर पर मधुबनी के सरिसबपाही स्थित लक्ष्मीवती संस्कृत महाविद्यालय के सभागार मे साहित्यिकी के 22सम वार्षिकोत्सवक अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन हर्षोल्लास सँ कैल गेल। कार्यक्रमक प्रारंभ आगत अतिथि दीप प्रज्वलित क केलनि। तदुपरांत छात्रा श्री विद्यापति रचित गोसाऊन गीत जय-जय भैरवी गावी के भगवती वंदना सँ श्रोता के मंत्रमुग्ध क देलथि। एही अवसर पर भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग सँ अवकाशप्राप्त वैज्ञानिक डा. योगेन्द्र पाठक वियोगी के साहित्यिकी दिस सँ सम्मानित कैल गेलनि।

कार्यक्रम मे डा. वियोगी रचित मैथिली कथा संग्रह 'अकटा-मिसिया' के विमोचन डा. किशोरनाथ झा आ कार्यक्रम के अध्यक्षता क रहला प्रो. जितेन्द्र नरायण झा और विशिष्ट अतिथि गिरिजानन्द सिंह द्वारा कैल गेलनि। कार्यक्रम के उदबोधन आ पुस्तक विवेचन डा. जगदीश मिश्र आ स्वागत भाषण डा. किशोरनाथ झा केलनि। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. प्रबोध मिश्र जी डा. वियोगी के व्यस्ततम दिनचर्या हेबाक बावजूदो मैथिली कथा संग्रह 'अकटा-मिसिया' लिखवा के लेल धन्यवाद दैइत शुभकामनाएं देलनि। धन्यवाद ज्ञापन डा. यशोदानाथ झा केलनि। मंच संचालन अमल कुमार झा केलनि। एही कथा संग्रह के अहाँ ऑनलाइन साईट sappymart.com पर खरीद सकैत छी।

रविवार, 14 फ़रवरी 2016

बस अहाँ छी : 'वेलेंटाइन डे' मैथिली कविता

सुंदरता के खान अहाँ छी
हमर सगरो जहान अहाँ छी।
रूप-रंग अनमोल अहाँ के
हमर मुंखकऽ मुस्कान अहाँ छी।।

मधुर गीत के तान अहाँ छी
हमर दिलकऽ अरमान अहाँ छी।
प्रेम करय छि हद सँ बेसी
एहि बात से अहाँ अनजान किया छी।।

हमर देह के प्राण अहाँ छी
हमर पहिल लवान अहाँ छी।
जिनगी भरी हम संग नय छोरव
हमरा लेल अहाँ आन किया छी।।

सब दर्द के बाम अहाँ छी
हमर आखरी मुकाम अहाँ छी।
बैंध लिअ अँचार के कोर सँ
अंहि सँ सुरु, पुन-विराम अहाँ छी।।

हमर गीता, कुरान अहाँ छी
धर्म, कर्म, ईमान अहाँ छी।
पुजव सदिखन दिल मे बसा के
मन मन्दिर के भगवान अहाँ छी।।

सुर सँ भरल गान अहाँ छी
नारी रूप के प्रमाण अहाँ छी।
अहाँ बिना हम जिब नै पायब
प्रभाकर प्रेमी केर जान अहाँ छी।।
✒️ साभार : प्रभाकर मिश्र 'ढुन्नी

शनिवार, 13 फ़रवरी 2016

माँ सरवस्ती पूजा मे मिथिलाक लोकचित्र के रंग

मिथिला धरोहर : बसंत पंचमी जे सालक प्रथम पूजाक रूप मे समूर्ण देश वासि मनावैत छथि, और देवी सरस्वती के आराधता के उपरांते साल सुगम आ सुचारू रूप सँ चलय अछि। माँ सरस्वती के पूजा-अर्चना  सम्पूर्ण मिथिलावासी सहित देश के हर कोना मे मनायल जाइत अछि। मुदा मिथिलावासी मे अलग उत्साह आ किछु भिन्न करवाक जज्बा सदिखन देखल गेल अछि, जे एही साल माँ सरस्वती के मिथिला पेंटिंगक रंग रूप मे सजायल गेल अछि। मधुबनी सँ सटल जितवारपुर जे की मिथिला पेंटिंग के गढ़ मानल जाइत अछि, एतय मैय्या के मूर्ति के मिथिला पेंटिंग के रंग मे सजायल गेल अछि। मुख्य रूप सँ माँ सरस्वती जे मधुबनी पेंटिंग के परम्परागत रंग मे सजेवाक विचार प्रभाकर झा रखलैथ और ओ क देखेलैत।
मिथिला (मधुबनी) के इ पहिल पूजा अछि जे कोलकता जँका मूल विषय (थीम) पूजा के रूप मे जानल जा सकैत अछि। सर्वप्रथम माटी सँ मैय्या के रूप देल गेलनि, फेर हुनक सबटा आभूषण मिथिला पेंटिंग मे सजायल गेलनि। हिनक वीणा, साड़ी, मुकुट, हँस सबटा मिथिला पेंटिंग के रूप मे सजायल गेल अछि

मंगलवार, 9 फ़रवरी 2016

मिथिला के बेटा बनलैथ विश्व बैंक के वरिष्ठ निदेशक

मिथिला धरोहर, सहरसा : मिथिलाक माट्टी अपन प्रतिभा के लोहा दुनिया भरी मे मनवेने अछि। सहरसा जिलाक लाल सरोज कुमार झा विश्व बैंक के वरिष्ठ निदेशक बनी पूरा देश के नाम रोशन केलैथ अछि। सहरसा जिलाक बनगांव के रहनिहार सेवानिवृत्त बीडीओ मदन मोहन झा आ कुंता देवी के पुत्र सरोज कुमार झा 1990 बैच के आईएएस अधिकारी रही चुकल छथि।

सरोज कुमार झा जी आईआईटी कानपुर सँ सिविल इंजीनियरिंग के डिग्री प्राप्त केने छथि। झा जी आईएएस अधिकारी बनवाक के उपरांत ओडिशा कैडर मे विभिन्न पदों पर रहला। भारत सरकार के गृह मंत्रालय मे आपदा विशेषज्ञ के पद के सेहो सुशोभित केलैथ।

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आब एक फरवरी सँ विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यंग किग हुनका कमजोरी, टकराव आ हिंसा के चुनौती सँ निपटवा के लेल अग्रणी नेतृत्व के भूमिका निभवा के काज सौंपलनी अछि। 31 जनवरी धरि सरोज कुमार झा जी विश्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक मध्य एशिया के रूप मे कजाकिस्तान मे पदस्थापित छलैथ।

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सरोज कुमार झा जी विश्व बैंक मे अपने करियर के आरम्भ 2005 मे केने छलैथ। ओहि समय ओ वरिष्ठ ढांचागत विशेषज्ञ के रूप मे नियुक्त कैल गेल छलैथ। एही सँ पूर्व ओ संयुक्त राष्ट्र के डेवलपमेंट प्रोग्राम के लेल सीनियर एग्जीक्यूटिव के रूप मे काज क चुकल छथि।

अतेक उपलब्धि भेटवाक उपरांतो सरोज कुमार झा जी बहुते मृदुभाषी और मिलनसार छथि। ओ एही ठामक लोग सँ मैथिली मे संवाद करैत छथि। 

शनिवार, 6 फ़रवरी 2016

नरक निवारण व्रत : बैर और बेलपत्र सँ बनाउ अपना लेल स्वर्ग मे स्थान

मिथिला धरोहर : अगर अहाँ नर्क के यातना आ पाप कर्म'के खराब प्रभाव सँ बचय चाहय छि, स्वर्ग मे अपना लेल सुख और वैभव के कामना राखैत छि, त अहाँ के स्वर्ग मे अपना लेल स्थान बनेवाक अवसर नय गंमेबाक चाही। एहि साल 2024 में इ सुअवसर 8 फरवरी के अछि।

इ नरक निवारण चतुर्दशी व्रत भगवान शिव केर अत्यंत प्रिय छनि। शास्त्र मे एहिके कारण इ कहल गेल अछि जे, एहि दिन हिमालय अपन पुत्री पार्वती के बियाह'क प्रस्ताव भगवान शिव केर भेजने छलथि, अर्थात एहि दिन भगवान शिव केर बियाह तय भेल छलनी।

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एहि तिथि सँ ठीक एक मासक उपरांत फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि के भगवान शिव केर देवी पार्वती के संग बियाह संपन्न भेलनि। शास्त्र मे कहल गेल अछि जे प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी तिथि शिवरात्रि के समान खास अछि। मुदा ओहि मे माघ और फाल्गुन मास के चतुर्दशी शिव के सबसँ बेसी प्रिय छनि।

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शास्त्र मे बतायल गेल अछि जे माघ मास के कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी नरक निवारक चतुदर्शी अछि। एहि दिन व्रत राखी जे व्यक्ति भगवान शिव सहित माता पार्वती और गणेश केर पूजा करैत अछि हुनका पर शिव प्रसन्न होइत छथि।

नर्क जेवा सँ बचबाक लेल नरक निवारण चतुर्दशी के दिन भगवान शिव के बेलपत्र और खासतौर पर बैर (बेर) अवश्य चढ़ेवाक (भेंट) चाहि। शिव केर व्रत राखय वला के पूरा दिन निराहार रही के सांझ मे व्रत खोलवा के चाहि। व्रत खोलवा के लेल सब सँ पहिले बैड़ और तिल खेबाक चाहि। एहि सँ पाप कैट जाइत अछि और व्यक्ति स्वर्ग मे स्थान पेबाक अधिकारी बनैत छथि।

Tags : # Narak Nivaran Chaturdashi

बुधवार, 3 फ़रवरी 2016

अभिनेता नरेन्द्र झा मिथिलाक अनमोल सितारा | Actor Narendra Jha Biography

मिथिला धरोहर, प्रभाकर मिश्र : मूल रूप सँ मधुबनी जिला के कोयलख मे शिक्षक परिवार मे जन्म लेनिहार नरेन्द्र झा Abhineta Narendra Jha बहुते रास धारावाहिक और फिल्म मे अभिनय क चुकल छथिन। हिनक प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा पटना मे आ उच्चतर शिक्षा दिल्ली मे सम्पन भेलनि। जेएनयू, नई दिल्ली सँ इतिहास मे एमए केला के उपरान्त श्री राम सेन्टर मे कलाकर्क रुप मे अपन कला प्रदर्शन वास्ते दाखिल भेलनि। १९९६ मे एबीसीएल द्वारा फ़िल्म मे मुख्य भूमिका के लेल हुनकर चयन कायल गेलनि । झा बड़का पर्दाक संगे छोटका पर्दा पर सेहो अपन अभिनय सँ दर्शक के दिल मे अपन एकटा अमित छाप छोड़ने छथि। ओ बहुते रास शोज़ मे नजर आबि चुकल छथि, जहिमे प्रमुख अछि - छूना है आसमान, चेहरा, एक घर बनाऊंगा, कैप्टन हाउस, जय हनुमान। 

नरेन्द्र झा छोटका पर्दा के सीरियल हवन के हरी ओम बापजी के नाम सँ जानल जाइत अछि। संगे 'हमने ली है शपथ' मे एसीपी करणवीर, ठेफ्ट ऑफ बगदाद मे शीर्षक किरदार, और एहिके अलावा आम्रपल्ली (दूरदर्शन), रावण (ज़ी टीवी), आदि धारावाहिक मे काज क चुकल छथि। एखन एण्ड टीवी पर प्रसारित धारावाहिक 'बेगुसराय' मे ठाकुर के भूमिका निभा रहल छथि। एखन धरि हुनका द्वारा अभिनित फ़िल्म अछि - जी वी अय्यर के 'शान्तला' (२००१),  'फ़ंटूश' (२००२), तेलुगु फ़िल्म 'छत्रपति' (२००२), 'नेताजी सुभाष चन्द्र बोस' (२००४), 'कच्ची सड़क' (२००५), शेखर झा के  'एक दस्तक' (२००६), राज मौली के 'यमदोंगा' (२००७) आदि। 

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अभिनेता सन्नी देओल के संग नरेंद्र झा
जून, २०१५ मे रिलीज फिल्म 'हमारी अधूरी कहानी' मे सेहो काज क चुकल छथि। एहि फिल्म मे ओ एकटा पुलिस इंस्पेक्टर के भूमिका निभेने छलथि। एहिके अलावा २०१४ के सुपरहिट फिल्म 'हैदर' फिल्म मे शाहिद कपूर के पिता के भूमिका निभा चुकल छथि। नरेन्द्र झा जी स्टार प्लस के धारावाहिक ‘तेरे शहर में’ अतिथि भूमिका मे नजर आबि चुकल छथि। २०१६ मे प्रदर्शित फिल्म 'घायल वन्स अगेन' मे हिनक किरदार राज वंसल नामक मुख्य विलेन के छलनी। नरेंद्र झा के करियर मे 'हमारी अधूरी कहानी', मोहनजोदारो', 'फोर्स 2' और 'काबिल' एहन फिल्मक नाम शामिल अछि।

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नरेंद्र आखिर बेरा साल 2017 में फिल्म 'रईस' मे देखायल छलथि। टीवी सीरियल के बात करि त नरेंद्र 'एक घर बनाऊंगा', 'क्योंकि सास भी बहू थी', 'बेगूसराय' आ 'आम्रपाली' एहन हिट सीरियल मे काज केलथि। नरेंद्र साल 2015 मे पूर्व सेंसर बोर्ड सीईओ पंकजा ठाकुर सं शादी केने छलथि।

नरेंद्र झा के आकस्मिक निधन 55 वर्षक आयु में  14 मार्च 2018 के हार्ट अटैक एला सं भ गेलनि।