शनिवार, 29 जुलाई 2023

बेर-बेर अरजलौं हे दीनानाथ लिरिक्स - छठि पूजा लोकगीत | Ber Ber Arajalaun He Dinanath Lyrics

बेर-बेर अरजलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ तिरिया जनम जुनि देहु
तिरिया जनम जँ देलौं हे दीनानाथ
दिनानाथ सुन्नरि रूप जुनि देहु
सुन्नरि रूप जँ देलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ अमरुख पुरुख जुनि देहु
अमरुख पुरुख जँ देलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ कोखिया बिहुन जुनि देहु
कोखिया बिहुन जँ केलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ सौतिन संग जुनि देहु
सौतिन संग जँ देलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ से कोन अपराध हम कयल
बड़ अपराध तोहेँ कयलऽ हे भक्तिन
भक्तिन सासुक निपल पयर देल
कोन अपराध हम केलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ सुन्नरि रूप जे देल
बड़ अपराध तोहेँ कयलऽ हे भक्तिन
भक्तिन ननदी पर अंगुरी उठौल
कोन अपराध हम केलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ अमूख पुरुख जे देल
बड़ अपराध तोहेँ कयलऽ हे भक्तिन
भक्तिन डाबा दूध पयर धोल
कोन अपराध हम केलौं हे दीनानाथ
दीनानाथ कोखिया बिहुन जे कयल
बड़ अपराध तोहेँ कयलऽ हे भक्तिन
भक्तिन कोनियामे भाँटा तोड़ि लेल

बुधवार, 19 जुलाई 2023

संग लेने चलू हमरो लिरिक्स | Sang Lene Chalu Hamro Lyrics | Noon Roti Wab Series Song Lyrics


छोइर दीय हम कोना अहाँ के, 
रहब कोना छोइर अहाँ के, 
छोइर दीय हम कोना अहाँ के, 
रहब कोना छोइर अहाँ के, 
कहु की करब हम, कोना जियब हम 
कहु की करब हम, कोना जियब हम 
संग बिनु अहाँ के कोना मरब हम 
संग बिनु अहाँ के कोना मरब हम 

कतऽ जाय छी नवल किशोर यौ 
संग लेने चलू हमरो,
कत' जाय छी नवल किशोर यौ 
संग लेने चलू हमरो,
लगय छि अहाँ के हम गोर यौ 
सँग लेने चलु हमरो 
कतऽ जाय छी नवल किशोर यौ 
संग लेने चलू हमरो।
छोइर दीय हम कोना अहाँ के, 
रहब कोना छोइर अहाँ के, 

अहाँ के सँग बनि प्राण रहब 
हम बनिक इजोरिया चान रहब
अहाँ के सँग बनि प्राण रहब 
हम बनिक इजोरिया चान रहब
मान रहब अभिमान रहब हम
हम अहिं में लागल ध्यान रहब हम 
दिन दिवस राति भोर यौ 
संग लेने चलू हमरो 
संग चलब सब छोइर यौ 
संग लेने चलू हमरो 
कतऽ जाय छी नवल किशोर यौ 
संग लेने चलू हमरो।
छोइर दीय हम कोना अहाँ के, 
रहब कोना छोइर अहाँ के, 
छोइर दीय हम कोना अहाँ के, 
रहब कोना छोइर अहाँ के।

मंगलवार, 11 जुलाई 2023

छोट छोट रोड़ी गरैयाऽ यौ बाबा लिरिक्स - Chhot Chhot Rori Garaiye Lyrics

छोट छोट रोड़ी गरैयैऽ
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ,
छोट छोट रोड़ी गरै यैऽ
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ,
चललो ने जाय यै बाबा बुललो ने जाय यैऽ,
चललो ने जाय यै दानी बुललो ने जाय यैऽ,
तै पर पैर पकै यै, यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ,
छोट छोट रोड़ी गरैयैऽ ,
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ

डर लगैयै देखि जंगल झारी,
उच नीच रस्ता पहार पहारी,
डर लगैयै देखि जंगल झारी,
डर लगैयै, बाबा डर लगैयैऽ, 
बाबा डर लगैयै देखि जंगल झारी,
उच नीच रस्ता पहार पहारी,
रहि रहि ठेश लगैयैऽ,
यौ बाबा हमरा चललो नै जाय यैऽ
रहि रहि ठेश लगैयैऽ,
यौ बाबा हमरा चललो नै जाय यैऽ

पार लगाबू बाबा भक्तक अर्जी,
मानी ने मानी अहिं केर मर्जी,
पार लगाबू बाबा भक्तक अर्जी,
मानी ने मानी अहिं केर मर्जी,
पार लगाबू बाबा भक्तक अर्जी,
मानी ने मानी अहिं केर मर्जी, 
दरश लै कोड़ फटैयैऽ,
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ ,
छोट छोट रोड़ी गरैयैऽ,
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ

चम चम नवल चान चमकै यैऽ ,
हर हर बम कहि मन बमकै यैऽ,
चम चम नवल चान चमकै यैऽ ,
हर हर बम कहि मन बमकै यैऽ,
हर-हर बम-बम, हर-हर बम-बम,
हर-हर बमबम बमबम बमबम
चम चम नवल चान चमकै यैऽ ,
हर हर बम कहि मन बमकै यैऽ,
जैब पहार लगैयैऽ ,
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ,
चुभ चुभ कांट गरैयैऽ,
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ,
चललो ने जायै बाबा बुललो ने जाय यैऽ,
चललो ने जायै दानी बुललो ने जाय यैऽ,
तै पर पैर पकैयै यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ,
छोट छोट रोड़ी गरैयैऽ ,
यौ बाबा हमरा चललो ने जाय यैऽ

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शनिवार, 8 जुलाई 2023

मधुश्रावणी पूजा गीत लिरिक्स - Maithili Madhushravani Geet Lyrics

गुरुवार, 6 जुलाई 2023

डोमिन बेटी सुप नेने ठाढ़ छै लिरिक्स - छैठ पूजा लोकगीत Domin Beti Sup Nene Thaadh Chhai Lyrics

Domin Beti Sup Nene Thaadh Chhai Lyrics

डोमिन बेटी सुप नेने ठाढ़ छै
सुप नेने ठाढ़ छै
उग हो सुरूज देव अरग के बेर
हो अरग केर बेर पूजन केर बेर

मालिनि बेटी फूल नेने ठाढ़ छै
फूल नेने ठाढ़ छै
उग हो सुरूज देव अरग के बेर
हो अरग केर बेर पूजन केर बेर

निरधन कोढि राहे बाटै ठाढ़ छै
राहे बाटै ठाढ़ छै
उग हो सुरूज देव अरग के बेर
हो अरग केर बेर पूजन केर बेर

पान सुपारी पकवान नेने ठाढ़ छै
सुपी नेने ठाढ़ छै
उग हो सुरूज देव अरग के बेर
हो अरग केर बेर पूजन केर बेर

बुधवार, 5 जुलाई 2023

दौरु दौरु आहे जननी लिरिक्स - Daudu Daudu Aahe Janani Lyrics

ककरा सं कहबै, ककरा सं कहबै
ककरा सं कहबै माँ हे किछु नै फुराय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी
ककरा सं कहबै, ककरा सं कहबै

केलहु जतन मुदा नाव अछि फुटल
पार कोना करबै पतबार टूटल
केलहु जतन मुदा नाव अछि फुटल
पार कोना करबै पतबार टूटल
पार कोना करबै पतबार टूटल
बीच भवर मे, बीच भवर मे, 
बीच भवर मे नईया डगमग करय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी 
ककरा सं कहबै, ककरा सं कहबै

पार करै छी मईया अहिं सब के नईया
हमरा के देखु माँ कियो नै खेबईया 
पार करै छी मईया अहिं सब के नईया
हमरा के देखु माँ कियो नै खेबईया 
हमरा के देखु माँ कियो नै खेबईया
देर जूनि करियौ, देर जूनि करियौ, 
देर जूनि करियौ नदिया उमरल जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी
ककरा सं कहबै, ककरा सं कहबै

जग केरे पालन अहिं माँ करै छी
हमरा के देखु माँ कोना जिबय छी
जग केरे पालन अहिं माँ करै छी
हमरा के देखु मईया कोना जिबय छी
हमरा के देखु मईया कोना जिबय छी
बेटी अहाँ के, बेटी अहाँ के
बेटी अहाँ के भासल जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी डूबल नाव जाय यै
दौरु-दौरु आहे जननी
ककरा सं कहबै, ककरा सं कहबै

सोमवार, 3 जुलाई 2023

कहमा नहेली काली कहाँ लट झाड़लनि लिरिक्स - Kahma Naheli Kali Lyrics

पूनम मिश्रा मैथिली काली गीत 'कहमा नहेली काली, कहाँ लट झाड़लनि लिरिक्स'

कहमा नहेली काली, कहाँ लट झाड़लनि
कहमा नहेली काली, कहाँ लट झाड़लनि
माँ हे कहमा तोहर श्रृंगार हे
माँ हे कहमा तोहर श्रृंगार हे
गंगा नहेली काली, घाट लट झाड़लनि
गंगा नहेली काली, घाट लट झाड़लनि
माँ हे मंदिर तोहर श्रृंगार हे
माँ हे मंदिर तोहर श्रृंगार
गंगा नेहेलौ काली, घाट लट झाड़लनि

कोने फूल ओड़न माँ हे, कोने फूल पहिरन
कोने फूल ओड़न माँ हे, कोने फूल पहिरन
माँ हे कोने फूल तोहर श्रृंगार हे
मईया कोने फूल तोहर श्रृंगार
बेली फूल ओड़न माँ हे, चंपा फूल पहिरन
माँ अरहुल तोहर सिंगर हे
मईया अरहुल तोहर सिंगर
बेली फूल ओड़न माँ हे, चंपा फूल पहिरन

कथिये पहीर काली, कहाँ भय बैसलनी
कथिये पहीर काली, कहाँ भय बैसलनी
माँ हे कहमा रहब सहाय हे
माँ हे कहमा रहब सहाय
पहीरी ओड़िह कला मंदिर बैसलनी
माँ हे सेवक रहब सहाय हे
माँ हे सेवक रहब सहाय
पहीरी ओड़िह कला मंदिर बैसलनी

शनिवार, 1 जुलाई 2023

गोनू झा पिंड छोड़ेलनी

एक बेर गोनू झाक आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय भऽ गेल छलनि, तेँ हुनका एकटा सेठ सँ कर्ज लेबय पड़लनि। ब्याज दर बेसी हेबाक कारणे मूलधन आ ब्याज मिला कए दस गुना सं बेसी भऽ गेल।

सेठ रुपयाक तगेदा लेल बेर-बेर पहुँचय लागल। गोनू झा कोनो तरहेँ मूलधन आ किछु ब्याज चुकौलनि, मुदा बेसी ब्याज रहि गेल।

सेठ के अपना एतय लगातार दौड़ैत देखि गोनू झा अक्छ भऽ गेलाह आ आश्वासन देलखिन जे पूर्णिमा के दिन एक-एकटा पैसा चुका देब। ओहि दिन ओ अपन आँगन मे यज्ञ कुंड बना पूजा मे बैसि गेलाह। हवन के सबटा सामग्री तैयार छल।

यज्ञ एकदम नवीन छल। वेदी के सोंझा कागज के मूर्ति आ दहकैत अंगार राखी देल गेल। आगि पर सरसोंक तेल कड़कय लेल छोड़ि देल गेल छल। गोनू झा कुंड मे हविष्य दए जा रहल छलाह। ओहि यज्ञ मे प्रत्येक काज स्वयं करैत छलाह, तेँ बीच मे ककरो सँ गप्प करब सेहो वर्जित छल।

गोनू झा के हवन करैत देखि सेठ चुपचाप बैस गेल।  भोर सँ साँझ भऽ गेल, एखनो धरि गोनू झाक ध्यान नहि टूटलनि, तखन सेठक धैर्य जबाब देबय लागल। सेठ गोनू झा के हिलाबैत ध्यान तोड़ि देलक।

ध्यान भंग होइते ओ क्रोधित भऽ गेलाह;  आँखि क्रोधसँ लाल। ओ आँखि मे नोर भरि बजलाह, ' सेठ, अहाँ हमर यज्ञ में विघ्न कऽ देलहुँ; एकर परिणाम भयावह होयत। फेरो बड़बड़ाइत बजलाह - पहिने अपन मंत्रक शक्तिक आजमाइश एहि पुतला पर कऽ के देख ली। 

गोनू झा हाथ मे जल लऽ कऽ 'ॐ, ह्रीं, क्लीं स्वाहा' मंत्रोचार के संग पुतला लगनारा लग कड़कैत तेल मे छिड़कि देलनि। पानि खसैते देरी तेल धधैक उठल आ पुतला फन-फना कऽ जरय लागल। फेर गोनू जल लऽ कऽ मंत्रोच्चार करैत सेठ दिस तकलनि। मंत्रसिक्त जल के संग घुमैत देखि सेठ घबरा गेल आ चादर, चप्पल आदि छोड़ि बदहवाश भागल। तकर बाद गोनू झाक घर लग जेबाक नाम तक नहि लेलनि आ तगेदा के तऽ बिसैर गेलाह।