फोटो - चंद्रलि मुखजी■ सांझे काली घर दीप लेसि लीअ हे■ सांझ दियऽ सांझ दियऽ प्रेम के सुन्दरिया हे■ सांझ दिअ यशोमति मइया हे सांझ बीतल जाइए■ मुरलीधारी यौ सांझ पड़ैते घर आयब■ सांझ दियऽ सांझ दियऽ जसुमति मइया■ सांझ भेल नहि अयला मुरारी■ सांझ पड़ीय गेल, चान उगिये गेल■ सांझो ने आयल कन्हैया, यशोदा मैया■ सांझ भयो घर दियरा जरी रे■ सांझ भयो मुख दर्शन हे, सखि सुन्दर भवनमे इहो पढ़ब:- • पारंपरिक मैथिली पराती गीत लिरिक्स• मैथिली समदाउन लोकगीत लिरिक्स
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