शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

सांझ दियऽ सांझ दियऽ जसुमति मइया लिरिक्स

सांझ दियऽ सांझ दियऽ जसुमति मइया
बीति गेल पहिल सांझ
कथी केर दीप कथीक सूत-बाती
कथीक तेल जरायब सांझ
सोनाकेँ दीप पाटक सूत-बाती
सरिसो केर तेल जरायब सांझ
जरय लागल दीप झमकय लागल बाती
खेलय लगली संझा मइया सारी राती

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