Aage Mai Ehan Umat Bar Lail Lyrics
आगे माई एहन उमत बर लाइल हिमगिरि देखि-देखि लगइछ रंग।
एहन बर घोड़बो न चढ़इक जो घोड़ रंग-रंग जंग॥
बाधक छाल जे बसहा पलानल साँपक भीरल तंग।
डिमक-डिमक जे डमरू बजाइन खटर-खटर करु अंग॥
भकर-भकर जे भांग भकोसथि छटर-पटर करू गाल।
चानन सों अनुराग न थिकइन भसम चढ़ावथि भाल॥
भूत पिशाच अनेक दल साजल, सिर सों बहि गेल गंग।
भनइ विद्यापति सुन ए मनाइन थिकाह दिगंबर अंग॥
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