शुक्रवार, 6 अगस्त 2021

हम नहि जानल गे माइ लिरिक्स

Ham Nahi Janal Ge May Lyrics

हम नहि जानल गे माइ
एहन बर नारद जोहि लौता, देखितहि सब पड़ाइ
तीन लोक के मालिक कहि-कहि हमरा देल पतिआइ

अन्तिम पलमे भिखमंगा के लायल बर बनाइ
एकदिस गौरी केर मुह तकै छी, दोसर बूढ़ जमाइ
ई देखिते मनमे होइत अछि, मरितहुँ जहर-विष खाइ
हम नहि जानल गे माइ

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