रविवार, 8 मार्च 2015

परबत ऊपर मेघ गरजि गेल लिरिक्स - बाराती लोकगीत

Parbat Upar Megh Garji Gel Lyrics

परबत ऊपर मेघ गरजि गेल
पाटन भए गेल शोर हे
कौने बाबा के घोड़बा आगू पाछू धाबय
किनकर घोड़ा अगुआयल हे
किनकर छतबा कमलपत्र छाड़ल
किनकर होयत गओना हे
बाबा के घोड़बा आगू पाछू धाबय
बड़का बाबाक घोड़बा अगुआयल हे
बहिनोइया के छतबा कमलपत्र छाड़ल
कृष्णचन्द्र दुलहा के होयत गओना हे
जब बरिअतिया नगर सौं बहार भेल
सभ मिलि बाजु जय जयकार हे
धन अहाँक पिता ओ धन अहाँक माय
जिनका कोखि लेल अवतार हे

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