हे महरानी सिया, काली के महिमा अगम अपार
गंगा यमुनासँ माटि मंगायब, हे महरानी सिया
ऊँच कए पीड़िया बनायब, हे महरानी सिया
कौने फूल ओढ़न सिया, कौने फूल पहिरन
कौने फूल माता के शृंगार, हे महरानी सिया
बेली फूल ओढ़न माँ के, चमेली फूल पहिरन
अड़हुल फूल माँ के शृंगार, हे महरानी सिया
पहिरि ओढ़िए काली ठाढ़ि भेली गहबर
सूर्यक ज्योति मलीन, हे महरानी सिया
महिमा अगम अपार, हे महरानी सिया
भनइ विद्यापति सुनू माता कालिका
सेवक पर होइअउ ने सहाय, हे महरानी सिया
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