शनिवार, 28 फ़रवरी 2015

मालिन सूतय सात पुत्र धए घर लिरिक्स - बाराती लोकगीत

Malin Sutal Saat Putr Dhay Ghar Lyrics

मालिन सूतय सात पुत्र धए घर
माली सुतय फुलवारी हे
उठबय गेलथिन अपने दुलरूआ
उठू मालिन भए गेल परात हे
कौने उचित तोरा थिकह हे बाबू
भल निन्द देलह जगाय हे
हमरो घर मालिन हमरो विवाह थिक
माला सुन्दर एक गूथि दैह हे
तेहन माला गूथिहैं गे मालिन
जाइते होयत विवाह हे
आंगने देखतइ माय बहिनियाँ
बाटे देखत बरिआत हे
सासुर देखत सासु सोहागिन
कोबरे होयत आनन्द हे

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