शनिवार, 18 दिसंबर 2021

सामा खेलऽ गेलौं माइ हे फला भैया आंगन - सामा चकेवा लोकगीत

सामा खेलऽ गेलौं माइ हे सौरभ भैया आंगन
आहे, कनियां भौजी लेलनि लुलुआय
कि ननदि कतऽ अयलौं हे
जुनि लुलुआउ हे भौजो, जुनि पढ़ू गारि
आहे जाबत रहबै माय-बाप राजमे
ताबत खेलब सामा हे
आहे माय-बापक राज जहिया छुटि जेतै हमरो
छुटि जैते तोहरो आंगन हे
आहे, जाबत रहबै माय-बाप राजमे
सामा खेलऽ आयब हे
आहे, एतबा वचन जे सुनल मोर भइया
मारल बरछी घुमाय
कि बहिन मोर पाहुन रे

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