गुरुवार, 6 जनवरी 2022

हे महिमामय सरस्वती मां - चन्द्रमणि झा

मा वागीश्‍वरि | Saraswati Bhajan 

हे महिमामय सरस्वती मां
हम मतिमन्द महा अज्ञान
हम करबद्ध मूक छी जड़वत्
छी अक्षम गाबी कोनी गान।

मंजुलतम स्वर वीणावादिनि
वागीश्‍वरि हम काक समान
सर्वमयी स्वच्छन्द बिहारिनि
दिशाहीन हम छी अनजान।

हंसासन पद्यासन शोभित
श्वेताम्बर कर-सर्व-विधान
आदिशक्ति मणिमाल धारिणी
ज्ञान-भवन सर्वज्ञ महान।

विश्‍व मोहिनी ज्ञान-प्रदायिनि
हमरा हि अछि ज्ञानक भान
ज्योतिर्मय-पथ देखा दिअऽ माँ
दिअऽ बुद्धि विद्या वरदान।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !