बुधवार, 28 अगस्त 2024

पगिया तोहर गुलबिया हौ ब्राह्मण लिरिक्स - ब्राह्मण बाबू लोकगीत

Pagiya Tohar Gulabiya Ho Brahman Lyrics

पगिया तोहर गुलबिया हौ ब्राह्मण
धोतिया तोहर भटरंग हे

घोड़बा तोहर बघेरबा हौ ब्राह्मण
सोने मुठी लागल लगाम हे
ताहि घोड़बा चढ़ि चललह हौ ब्राह्मण
चलि भेला अबला गोहारि हे

जहाँ जहाँ देखथि ब्राह्मण दूधपीठी-मधुर
तहाँ तहाँ जीब ललचाय हे
जहाँ जहाँ देखथि ब्राह्मण जोड़ा जनउआ
सभक सुनथि गोहारि हे

उजरा छागर धुरखुर बन्हाएब
करिया छागर बलिदान हे
कल जोड़ि अबला गोहारथि
सदा रहियौ अबला पर सहाय हे

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