शुक्रवार, 17 मार्च 2023

Bam Bam Bhairo Ho Bhopal Lyrics | बम-बम भैरो हो भोपाल लिरिक्स

बम-बम भैरव हो भोपाल - मैथिली नचारी गीत लिरिक्स
Bum Bum Bhairav Ho Bhopal Song Lyrics

बम-बम भैरो हो भोपाल - 2
अपनी नगरिया भोला,
अपनी नगरिया भोला खेबि लगाबऽ पार
बम-बम भैरो हो भोपाल - 2

हाथी चलै, घोड़ा चलै, पड़ै निशाच - 2
बाबा के कमरथुआ चलै, बाबा के कमरथुआ चलै, 
मचै घमसान, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

कथी केर नाव-नवेरिया, कथी करूआर - 2
कोने लाला खेबनहारा, कोने लाला खेबनहारा, 
के उतारे पार, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

सोने केर नाव-नवरिया, रूपा करूआर
भैरो लाला खेबनहारा, भैरो लाला खेबनहारा,
भोला उतारे पार, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

कथी केर माल खजाना, कथी के केवार - 2
कोन वस्तु के गुगुल चढ़त है, कोन वस्तु के गुगुल चढ़त है, 
बाबा के दरबार, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

गंगा जल के माल खजाना, पंकज के केवार - 2
अगर गुगुल के धूप जरतु है, अगर गुगुल के धूप जरतु है, 
बाबा के दरबार, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

छोटे-मोटे भैरो लाला हाथी मे गुलेल - 2
डमरू के दोगे-दोगे, शशिया के दोगे-दोगे,
करे अटखेल, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

जँ तोहें भैरो लाला खेबि लगायब पार - 2 
मोतीचूर के लडुआहो, मोतीचूर के लडुआहो,
चढे'बऽ परसाद, बम-बम भैरो हो भोपाल ।

अपनी नगरिया भोला,
अपनी नगरिया भोला खेबि लगाबऽ पार
बम-बम भैरो हो भोपाल - 3

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