केओ जे कानय रंग महल मे,
केओ कानय दरबार
केओ जे कानय मिथिला नगरिया,
केओ ने कहय रहि जाउ
अम्मां जे कानय रंग महल मे,
बाबा कानय दरबार
सखी सब कानय मिथिला नगर मे,
केओ ने कहय रहि जाउ
किनकर देल छनि अंगुरी मुनरिया,
किनकर देल धेनु गाय
किनकरदेल छनि सब रंग सरिया,
किनकर हृदय कठोर
आमाँ के देल छनि अंगुरी मुनरिया,
बाबाक देल धेनु गाय
भइया के देल छनि सब रंग सरिया,
भउजो के हिरदय कठोर
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