बाबू हे जूता अहांक कुलपूज्य लल्ल
हिनका शीश नबाय प्रणाम करू
नहि करबै जँ लोक हँसैए
तखन तऽ जाति अहांक जायत हे
बाबू जे जता अहांक कुलपूज्य थिका
साष्टांग जोड़ि प्रणाम करू
अहांक बापो-पितामह एना पूजल
जुनि एना संकोच करू हे
बाबू हे जूता अहांक कुलपूज्य थिका
© Copyright 2014 - 2022 Mithila Dharohar | मिथिला धरोहर All Right Reserved (सबटा अधिकार सुरक्षित अछि।)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
अपन रचनात्मक सुझाव निक या बेजाय जरुर लिखू !