१. आब ने करिय एती देर - Maithili Lokgeet
आब ने करिय एती देर
उठहु राम उठाबहु जानकी,
मिझाबहु माणिक दीप हे माधव
जानकी उठि कोबर घर नीपल,
रूसली दानक बेर हे माधव
लछुमन देओर गछलनि कंगन,
सियाजी करथि स्नान हे माधव
तुलसीदास प्रभु तुम्हरे दरस के,
आजु भरफोड़ीक दिन हे माधव
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