कथी लए भेलै सखि हे मोर गओनमा,
कथी लए भेलै बिआह
एक कोस गेली सीता दुइ कोस गेली,
तेसरे मे फाटल कुहेस
घूरि घर जइयौ भइया घर घूरि जइयौ,
आमा के कहब बुझाइ
आमा के कहबनि पाथर भए बैसतीह,
हमहुँ बैसब हिया हारि
पर घर गेलीअइ परक पुतोहु भेलिअइ,
मिनती करैते दिन जायत
भनहि विद्यापति सूनू समदाउन,
सभ बेटी सासुर जाइ
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