गुरुवार, 28 नवंबर 2024

यौ हम सासुरे में रहबै लिरिक्स - Hum Sasure Main Rahbai Lyrics

JUNI KARIYO HAMRA VIDA LYRICS

जुनी करियौ हमरा विदा, यौ हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, यौ हम सासुरे में रहबै
अपना महारानी जी के चरण दबेबै
यौ हम सासुरे में रहबै
अपना महारानी जी के चरण दबेबै
यौ हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै

सासु ससुरजी के टहल बजेबै
यौ हम नित उठि भोरे
सासु ससुरजी के टहल बजेबै
यौ हम नित उठि भोरे
बनिबै मुंहलगुआ घर जमाई 
हम सासुरे में रहबै
बनिबै मुंहलगुआ घर जमाई 
हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै

भोरे भोरे दूध मिसरी और के पियौतै
यौ मोर ससुआ बेशी
भोरे भोरे दूध मिसरी और के पियौतै
यौ मोर ससुआ बेशी
के सटतै छ नौ के सचार
मोर ससुआ बेशी
के सटतै छ नौ के सचार
मोर ससुआ बेशी
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै

कोहबर में बैस मिठ गप्प के लड़ेतै
यौ छोड़ि सारी सरहोजिनी
कोहबर में बैस मिठ गप्प के लड़ेतै
यौ छोड़ि सारी सरहोजिनी
दस पांच नवयुती सं मिलान
यौ आन करौतै
दस पांच नवयुती सं मिलान
के आन करौतै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै

ऐहन सुथाम सासुर और कहां पायब
यौ इ मिथिला नगरिया
ऐहन सुथाम सासुर और कहां पायब
यौ इ मिथिला नगरिया
लेबै नै कहियो गामक नाम
यौ इ मिथिला नगरिया
लेबै नै कहियो गामक नाम
छोड़ि मिथिला नगरिया
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै

हमरा सब गाम पर दुरदुर करैया
यौ हम लोक अकाजक
हमरा सब गाम पर दुरदुर करैया
यौ हम लोक अकाजक
कियौ नै कहैया मिठ बोल 
मोर सासुर के छोड़ि क
कियौ नै कहैया मिठ बोल 
मोर सासुर के छोड़ि क
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै

जुनि कानू जुनि खीजू पाहुन लजौउआ
यौ अहां सासुरे में रहियौ
जुनि कानू जुनि खीजू पाहुन लजौउआ
यौ अहां सासुरे में रहियौ
राखब हम आंचर तर नुका
यौ अहां घर नै जइयौ
राखब हम आंचर तर नुका, यौ अहां घर नै जइयौ
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
राखब हम आंचर तर नुका, यौ अहां घर नै जइयौ
जुनी करियौ हमरा विदा, हम सासुरे में रहबै
राखब हम आंचर तर नुका, यौ घर घुरि नै जइयौ

स्वर- हेमकांत झा

सोमवार, 25 नवंबर 2024

भोला के देखेला बेकल भैलै जियरा लिरिक्स - Bhola Ke Dekhela Bekal bhaile jiyara Lyrics

भोला के देखेला बेकल भैलै जियरा-3

के चढ़ावे अक्षत चंदन के बेला पतिया-2
के चढावे आहो भोला धतूरा के पतिया-2
भोला के देखेला बेकल भैलै जियरा...

पंडित चढ़ावे पान फूल पुजरिन बेला पतिया-2
हम चढाइव आहो भोला धतूरा के पतिया-2
भोला के देखेला बेकल भैलै जियरा

के मांगे अन धन के मांगे देहिया-2
के मांगे आहो भोला दर्शन देब कहिया-2
भोला के देखेला बेकल भैलै जियरा...

पंडित मांगे अन धन पुजारिन मांगे देहिया-2
हम मांगी आहो भोला दर्शन देब कहिया-2
भोला के देखेला बेकल भैलै जियरा...

स्वर: शारदा सिन्हा

रविवार, 24 नवंबर 2024

बसहा चढ़ल बउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा लिरिक्स - Basha Chadhal Baurahwa Aage Mai

बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा
शंकर दुलहवा, माई गे, शंकर दुलहवा, 
शंकर दुलहवा, शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

कहवां विभूति शोभे कहां मुंड मलवा, कहां मुंड मलवा
कहवां शोभे काली नागवा, आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

अंग में विभूति शोभे, गले मुंड मलवा, गले मुंड मलवा 
मथवा शोभेला काली नागवा, आगे माई शंकर दुलहवा 
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

कौने हाथ डमरू शोभे, कौने में त्रिशुलवा, कौने में त्रिशुलवा
कहवां से बहे गंगा जलवा, आगे माई शंकर दुलहवा 
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

बामे हाथ डमरू शोभे दाहिने त्रिशुलवा
मथवा से बहे गंगा धरवा आगे माई शंकर दुलहवा
बसहा चढ़ल बौउरहवा आगे माई शंकर दुलहवा

स्वर: शारदा सिन्हा

धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो लिरिक्स - Dhaan Kuta Ho Dulha Song Lyrics

धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
आपन बहिनी के ओखरी में धान कूट हो
आपन बहिनी के ओखरी में धान कूट हो
कूटै छियै हे मीता कूटै छियै हे 
कूटै छियै हे मीता कूटै छियै हे 
तोहर बहिनी के ओखरी में कूटै छियै हे
तोहर बहिनी के ओखरी में कूटै छियै हे

धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
आपन अम्मा के ओखरी में धान कूट हो
आपन अम्मा के ओखरी में धान कूट हो
कूटै छियै हे सखी कूटै छियै हे 
कूटै छियै हे सखी कूटै छियै हे 
आपन साली के ओखरी में कूटै छियै हे
आपन साली के ओखरी में कूटै छियै हे

धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
आपन चाची के ओखरी में धान कूट हो
आपन चाची के ओखरी में धान कूट हो
कूटै छियै हे संगी कूटै छियै हे 
कूटै छियै हे संगी कूटै छियै हे 
आपन सरहज के ओखरी में कूटै छियै हे
आपन सरहज के ओखरी में कूटै छियै हे
धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
धान कूट हो दुल्हा धान कूट हो
आपन बुआ के ओखरी में धान कूट हो
आपन बुआ के ओखरी में धान कूट हो
कूटै छियै हे सहेली कूटै छियै हे 
कूटै छियै हे सहेली कूटै छियै हे 
सब छौड़ी सब के ओखरी में कूटै छियै हे
सब छौड़ी सब के ओखरी में कूटै छियै हे
सब छौड़ी सब के ओखरी में कूटै छियै हे
सब छौड़ी सब के ओखरी में कूटै छियै हे
सब छौड़ी सब के ओखरी में कूटै छियै हे
सब छौड़ी सब के ओखरी में कूटै छियै हे

स्वर: सुनील छैला बिहारी, अनुराध पौडवाल

शनिवार, 23 नवंबर 2024

दुल्हा चिन्ही लियौ लिरिक्स - Dulha Chinhi Liyau Siya Sukumari ke Lyrics

यौ दुल्हा चिन्ही लियौ 
यौ दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी के ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी के ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी के ना

सुनै छियै आहां छी बड़का ज्ञानी
आहांक बाप के तीन जनानी
सुनै छियै आहां छी बड़का ज्ञानी
आहांक बाप के तीन जनानी
आहां बाजब कोनो 
यौ आहां बाजब कोनो 
बात के सोच बिचारी के ना
जे छैथ प्राण पियारी के ना
दुल्हा चिन्ही लियौ आहां 
अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी के ना

यौ दुल्हा रहै छी केहन गाम
चिन्हू कनिया बैसल बाम
यौ दुल्हा रहै छी केहन गाम
चिन्हू कनिया बैसल बाम
आहां पकैड़ न लेबेन
यौ आहां पकैड़ न लेबेन
दहिन बैसल साली के
जे छैथ प्राण पियारी से ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी के ना

आमक पल्लव लिय हाथ
हम सब देब आहां के साथ
आमक पल्लव लिय हाथ
हम सब देब आहां के साथ
आहां नै चिन्हब तऽ
यौ आहां नै चिन्हब तऽ
पुत्र छी केहन नारी के
जे छैथ प्राण पियारी के ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी से ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी से ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी से ना
दुल्हा चिन्ही लियौ 
आहां अप्पन दुलारी के
जे छैथ प्राण पियारी से ना

अंगना में पोखरी खनायब छठि मैया - Chhathi Maiya Ayetan Aaj Lyrics

अंगना में पोखरी खनायब
छठि मैया अयतन आय
छठि मैया अयतन आय
दुअरा पर तमुआ तनायब
छठि मैया अयतन आय
छठि मैया अयतन आय

आंचरा से गलिया बहारब
आंचरा से गलिया बहारब
छठि मैया अयतन आय
छठि मैया अयतन आय

केलवा डाला भरि लायब
तइ पर पीयरि ओढ़ायब
तइ पर पीयरि ओढ़ाय
हाथी पर कलसा बैठायब
तइ पर दीया जगमगाय
तइ पर दीया जगमगाय
तइ पर दीया जगमगाय 

डहकन मैथिली लोकगीत लिरिक्स Dahakan Maithili Lok Geet Lyrics

 ऊँचहि घर के नीच दुअरिया 



















Hare Hare Hare Dada Baswa Kataiha Lyrics - हरे हरे हरे दादा बसवा कटैह लिरिक्स

हरे हरे हरे दादा बसवा कटैह 
हरे हरे हरे दादा बसवा कटैह 
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो दादा
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो दादा
सजन लोग छेकले दुआर हो
सजन लोग छेकले दुआर हो

ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो नाना
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो नाना
सजन लोग छेकले दुआर हो
सजन लोग छेकले दुआर हो
हरे हरे हरे नाना बसवा कटैह 
हरे हरे हरे नाना बसवा कटैह 
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो

ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो बाबा
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो बाबा
सजन लोग छेकले दुआर हो
सजन लोग छेकले दुआर हो
हरे हरे हरे बाबा बसवा कटैह 
हरे हरे हरे बाबा बसवा कटैह 
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो

ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो चाचा
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो चाचा
सजन लोग छेकले दुआर हो
सजन लोग छेकले दुआर हो
हरे हरे हरे चाचा बसवा कटैह 
हरे हरे हरे चाचा बसवा कटैह 
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो

ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो मामा
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो मामा
सजन लोग छेकले दुआर हो
सजन लोग छेकले दुआर हो
हरे हरे हरे मामा बसवा कटैह 
हरे हरे हरे मामा बसवा कटैह 
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो

ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो भैया
ऊंचे ऊंच मड़ौउवा तर बैठिह हो भैया
सजन लोग छेकले दुआर हो
सजन लोग छेकले दुआर हो
हरे हरे हरे भैया बसवा कटैह 
हरे हरे हरे भैया बसवा कटैह 
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो
उंचे उंचे मड़वा छबैह हो

स्वर : शारदा सिन्हा

आठ ही काठ के ओठरिया हो दीनानाथ - Aath Hi Kath Ke Kothariya Ho Dinanath Lyrics

आठ ही काठ के ओठरिया हो दीनानाथ 
रुपे छन लागल केवार
आठ ही काठ के ओठरिया हो दीनानाथ 
रुपे छन लागल केवार
ताहि ऊपर चढ़ि सुतले हो दीनानाथ
बांझी केवरवा धईले ठाड़
ताहि ऊपर चढ़ि सुतले हो दीनानाथ
बांझी केवरवा धैले ठाड़

चद्दर उघारि जब देखले हो दीनानाथ
कौने संकट परल ओहार
चद्दर उघारि जब देखले हो दीनानाथ
कौने संकट परल ओहार
उत संकट परल मोरा हो दीनानाथ
ओहिले केवरवा धईले ठाड़
उत संकट परल मोरा हो दीनानाथ
ओहिले केवरवा धईले ठाड़

चद्दर उघारि जब देखले हो दीनानाथ
कोना संकट परल तोहार
चद्दर उघारि जब देखले हो दीनानाथ
कोना संकट परल तोहार
नयना संकट परल मोरा हो दीनानाथ
ओहिले केवरवा धईले ठाड़
नयना संकट परल मोरा हो दीनानाथ
ओहिले केवरवा धईले ठाड़

चद्दर उघारि जब देखले हो दीनानाथ
कौन संकट परल तोहार
चद्दर उघारि जब देखले हो दीनानाथ
कौन संकट परल तोहार
काया संकट परल मोरा हो दीनानाथ
ओहिले केवरवा धईले ठाड़
काया संकट परल मोरा हो दीनानाथ
ओहिले केवरवा धईले ठाड़

बांझिनी के पुत जब दिहले हो दीनानाथ
खेलत कुदत घर जात
बांझिनी के पुत जब दिहले हो दीनानाथ
खेलत कुदत घर जात
अन्हरा के आंख दिहले कोढ़िया के कायवा
हंसत बोलत घर जात
अन्हरा आंख दिहले कोढ़िया के कायवा
हंसत बोलत घर जात

स्वर: शारदा सिन्हा


पेनहियो आपन बाबा धोती लिरिक्स - Penihayo Aapan Baba Dhoti Lyrics

पेनहियो... पेनहियो....
पेनहियो आपन बाबा धोती
मुख पान के बीड़वा
पेन्हियौ पेन्हियौ आपन बाबा धोती
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा, मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा, मुख पान के बीड़वा
जे सिर कबहुं ना लाबै हो
जे सिर कबहुं ना लाबै
बेटी लबबलू सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबा लबाबै आपन सिरवा

पेनहियो... पेनहियो....
पेनहियो आपन बाबू कुर्ता
मुख पान के बीड़वा
पेनहियो... पेनहियो....
पेनहियो आपन बाबू कुर्ता
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा
मुख पान के बीड़वा
जे सिर कबहुं ना लाबै हो
जे सिर कबहुं ना लाबै
बेटी लबबलू सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबू लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबू लबाबै आपन सिरवा

पेनहियो... पेनहियो....
पेनहियो आपन चाचा जूता
मुख पान के बीड़वा
पेनहियो... पेनहियो....
पेनहियो आपन चाचा जूता
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा
मुख पान के बीड़वा
जे सिर कबहुं ना लाबै हो
जे सिर कबहुं ना लाबै
बेटी लबबलू सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
चाचा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
चाचा लबाबै आपन सिरवा

पेनहियो... पेनहियो....
पेनहु मामा आपन पगड़िया
मुख पान के बीड़वा
पेनहु मामा आपन पगड़िया
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा
मुख पान के बीड़वा
करु ना समधी से मिलनवा
मुख पान के बीड़वा
जे सिर कबहुं ना लबै हो
जे सिर कबहुं ना लबै
भगिनी लबबलू सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
मामा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
मामा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
चाचा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबा लबाबै आपन सिरवा
यही रे सुंदर धिया कारन
बाबू लबाबै आपन सिरवा

शुक्रवार, 22 नवंबर 2024

बन के कोयलिया लिरिक्स - Van Ke Koiliya Lyrics

Dinava je rahal beti bhukhal piyasal Sharda Sinha Lyrics

दिनवा जे रहली बेटी भूखल पियासल
रतिया हरेलू आंखी नींद हे
कोरे कोरे दुधवा पियावनी गे बेटी
पुत्र से अधिक दुलार हे
दिनवा जे रहली बेटी भूखल पियासल
रतिया हरेलू आंखी नींद हे

सेहो जे बेटी ससुर घर जइहें
ससुर घर जइहें
कैसे प्रभु रहबै अकेले हे
सेहो जे बेटी ससुर घर जइहें
कैसे प्रभु रहबै अकेले हे

रोवेले बाबा रोवेली माई रोवेल भईया हमार हे
रोवेली सखियन संग के सहेली सब
विधना के इहे बेहबार हे
दिनवा जे रहली बेटी भूखल पियासल
रतिया हरेलू आंखी नींद हे

डोलिया उठावे मिली बत्तीसों कहरवा, बत्तीसों कहरवा
बन के कोयलिया चली जात हे
डोलिया उठावे मिली बत्तीसों कहरवा
बन के कोयलिया चली जात हे
दिनवा जे रहली बेटी भूखल पियासल
रतिया हरेलू आंखी नींद हे
कोरे कोरे दुधवा पियावनी गे बेटी
पुत्र से अधिक दुलार हे
दिनवा जे रहली बेटी भूखल पियासल
रतिया हरेलू आंखी नींद हे
डोलिया उठावे मिली बत्तीसों कहरवा
बन के कोयलिया चली जात हे

फूल लाओ मलिनिया सजा डालो लिरिक्स - Phool Laao Maliniya Saja Daalo Lyrics

फूल लाओ मलिनिया सजा डालो 
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो रे
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो रे
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो 
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो 
फूल लाओ मलिनिया 

कथि के रे सूत कथि के रे सुईया
कथि के रे सूत
कथि के रे सूत कथि के रे सुईया
किनके गले में पेन्हा डालो हां
किनके गले में पेन्हा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया

रेशम के सूत सोने के रे सुईया
रेशम के सूत
रेशम के सूत सोने के रे सुईया
राम जी के गले पेन्हा डालो हां
राम जी के गले पेन्हा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया

सिंदूर पिठार से सिंदूर पिठार से कोहबर लिखावल
सिंदूर पिठार से 
सिंदूर पिठार से कोहबर लिखावल
कलसे पे दिया जला डालो हां
कलसे पे दिया जला डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया

जूही फूल लाओ चमेली फूल लाओ
जूही फूल लाओ
जूही फूल लाओ चमेली फूल लाओ
कलियों से सेज सजा डालो हां
कलियों से सेज सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया

दस पांच सखि मिली मंगल गाओ
दस पांच सखि मिली
दस पांच सखि मिली मंगल गाओ
राम जी के कोहबर सजा डालो हां
राम जी के कोहबर सजा डालो 
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया सजा डालो
फूल लाओ मलिनिया

स्वर: शारदा सिन्हा

आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना लिरिक्स - Age Maai Hardi Hardiya Duhu Patar Lyrics

आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना

आगे माय कौने बाबा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने बाबा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने बाबा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने बाबा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय बाबा से बाबा अपन बाबा ना
आगे माय ऊहे बाबा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना

आगे माय कौने चाचा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने चाचा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने चाचा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने चाचा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय चाचा से चाचा अपन चाचा ना 
आगे माय ऊहे चाचा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना

आगे माय कौने मामा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने मामा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने मामा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने मामा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय मामा से मामा अपन मामा ना 
आगे माय ऊहे मामा हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना

आगे माय कौने भैया हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने भैया हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने भैया हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय कौने भैया हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय भैया से भैया अपन भैया ना 
आगे माय ऊहे भैया हरदी चढ़ावेला ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना
आगे माय हरदी हरदिया दुहू पातर ना

स्वर: शारदा सिन्हा

हम मांगलियै गोरका गोरका लिरिक्स - Hum Mangaliyai Gorka Gorka Lyrics

Angika Vivah Geet Lyrics

हम मांगलियै गोरका गोरका 
हम मांगलियै गोरका गोरका 
करका काहे अइलै रे
हे करका काहे अइलै रे
हां बरतिया साला चोट्टा 
पोरा गांव घिनैले रे
हां बरतिया साला चोट्टा 
पोरा गांव घिनैले रे
हम मांगलियै मोछ वाला
हम मांगलियै मोछ वाला
निमोछा काहे अइलै रे
निमोछा काहे अइलै रे
काहे हमरा गांव में साला
हिजरा के घुसैलै रे
काहे हमरा गांव में साला
हिजरा के घुसैलै रे

हम मांगलियै केस वाला
हम मांगलियै केस वाला
टकला काहे अइलै रे
अबुन्ना काहे अइलै रे
अरे मारो साले जूते जूत्ते
सगरो नाम हंसैले रे
मारो साले जूते जूत्ते
सगरो नाम हंसैले रे
हम मंगलियै फुलपैंट वाला
हम मंगलियै फुलपैंट वाला
अब धोतिया काहे अइलै रे
अब धोतिया काहे अइलै रे
मारो साले को हरिया हरिया
सबके नाम डूबैलै रे
मारो साले को हरिया हरिया
सबके नाम डूबैलै रे

हमरा झोपड़ पर कददू रहै
हमरा झोपड़ पर कददू रहै
सेहो तोंय चोरैले रे
ऐ सेहो तोंय चोरैले रे
चोर आके जनमल बेटा
अन्हरिये राति अइलै रे
चोर आके जनमल बेटा
अन्हरिये राति अइलै रे
मैया छलौ से आंख लड़ाबौ
मैया छलौ से आंख लड़ाबौ
बहिनी छटल छिनार रे
अरे बहिनी छटल छिनार रे
एकटा पाकल अनार खातिर 
पड़ल सबो बीमार रे
एकटा पाकल अनार खातिर 
पड़ल सबो बीमार रे

फुआ तोहर सब्जी बेचै छौ
फुआ तोहर सब्जी बेचै छौ
मैया तोर सगतोरनी रे
मैया तोर सगतोरनी रे
गाछ पर चढि के लताम खाइछौ
बहिनी तोर गछचढ़नी रे
गाछ पर चढि के लताम खाइछौ
बहिनी तोर गछचढ़नी रे
हमरा फूलन बाबू के
हमरा फूलन बाबू के
बड़ी तोंय सतैलै रे
बड़ी तोंय सतैलै रे
आकल बाकल बेटा पर 
लाख टका के लैले रे
आकल बाकल बेटा पर 
लाख टका के लैले रे
आकल बाकल बेटा पर 
लाख टका के लैले रे
आकल बाकल बेटा पर 
लाख टका के लैले रे
आकल बाकल बेटा पर 
लाख टका के लैले रे
आकल बाकल बेटा पर 
लाख टका के लैले रे

Aaju Siya Ji Ke aptan Lagaoo Lyrics - आजु सिया जी के अपटन लगाऊ लिरिक्स

आजु सिया जी के अपटन लगाऊ 
आजु सिया जी के अपटन लगाऊ
मंगल गीत सुनाऊ अपटन लागी रही
मंगल गीत सुनाऊ अपटन लागी रही
कथी कटोरी में आगर चानन
कथी कटोरी में आगर चानन
कथी कटोरी फुलेल अपटन लागी रही
कथी कटोरी फुलेल अपटन लागी रही

सोने कटोरी में आगर चानन
सोने कटोरी में आगर चानन
रूपे कटोरी फूलेल अपटन लागी रही
रूपे कटोरी फूलेल अपटन लागी रही
अपटन लगाउ सुहाग बल देहु
अपटन लगाउ सुहाग बल देहु
जुगे जुगे बढ़े अहीबात अपटन लागी रही
जुगे जुगे बढ़े अहीबात अपटन लागी रही

कोई जे गावे कोई बजावे
कोई जे गावे कोई बजावे
कोई चीरे नामिकेस अपटन लागी रही
कोई चीरे नामिकेस अपटन लागी रही
राधा जे गावे रुक्मिन बजावे
राधा जे गावे रुक्मिन बजावे
ललिता चिरेनामिकेस अपटन लागी रही
ललिता चिरे नामिकेस अपटन लागी रही

चुमबए चललन दादी सुहागिन
चुमबए चललन दीदी सुहागिन
उनका खोइचा में दूबि  धान अपटन लागी रही
उनका खोइचा में दूबि  धान अपटन लागी रही
चुमबए चललन अम्मा सुहागिन
चुमबए चललन भाभी सुहागिन
उनका खोइचा में दूबि  धान अपटन लागी रही
उनका खोइचा में दूबि  धान अपटन लागी रही

आजु सिया जी के उबटन लगाऊ
आजु सिया जी के उबटन लगाऊ
मंगल गीत सुनाहु अपटन लागी रही
मंगल गीत सुनाहु अपटन लागी रही

स्वर - शारदा सिन्हा

गुरुवार, 21 नवंबर 2024

Baba Hare Hare Banswa Lyrics - बाबा हरे हरे बांसवा कटाइ दिहो लिरिक्स

Angika Vivah Geet (Doliya Kahar) Lyrics 

बाबा हरे हरे बांसवा कटाइ दिहो
बतिया चिराई दिहो मड़वा छड़ाई दिहो हो
बाबा मड़वा में फूलवा सजाई दिहो
झालर लगाइ दिहो बेदिया बनाई दिहो हो

बेटी हरे हरे बांसवा कटाइ देबो 
बतिया चिराई देबो मड़वा छड़ाई देबो हे
बाबा मड़वा में फूलवा सजाई देबो 
झालर लगाइ देबो बेदिया बनाई देबो गे
ओहिरे मड़वा चढ़ि बेटी बैठाइ दिहो
हरदी चढ़ाई दिहो दुल्हिन बनाई दिहो हो
बाबा चांद नगरिया में दुल्हा मंगाई 
हमरा बियाही दिहो हो
बाबा सोने केर डोलिया में 
बत्तीसो कहरवा लगाई दिहो हो

ओहिरे मड़वा पर तोरा बैठाइ देबौ
हरदी चढ़ाई देबौ दुल्हिन बनाई देबौ गे
बाबा चांद नगरिया में दुल्हा मंगाई 
तोरा बियाही देबौ गे
बाबा सोने केर डोलिया में 
बत्तीसो कहरवा लगाई देबौ गे

सोने केर डोलिया में बैठी जब जाइबे बर
हरषाईबे सब ना सजाइब हो
बाबा सखिया सहेली छोड़ि ससुरार जेबै
सबके रुलाइबे हो
बाबा भैया के घर छोड़ि 
पिया के नगर हम बसाइबे हो

सोने केर डोलिया में बैठी हमर गुड़िया बेटी
ससुरार जाइतै सबके रुलाइतै गे
बेटी बाबुल के घर छोड़ि 
पिया के नगर एक दिन जाइतै गे
बेटी कानते कानते हमर आंसू सुखी जेतै
सब कोई समझैतै गे
बेटी कानते कानते हमर आंसू सुखी जेतै
सब कोई समझैतै गे
बेटी कानते कानते हमर आंसू सुखी जेतै
सब कोई समझैतै गे

शनिवार, 16 नवंबर 2024

सम्मरि मैथिली गीत लिरिक्स

सम्मरि स्वयंवर के अपभ्रंश अछि

■ पीपरक पात अकासहि डोलय लिरिक्स

पीपरक पात अकासहि डोलय,
शीतल बहय बसात यो
ताहि तर बाबा पलंगा ओछाओल,
सुतय पीताम्बर तानि यो
आइ हे माइ पर हे परोसिन, 
बाबा के दियनु जगाइ हे
जिनका घर बाबा कन्या कुमारि,
सेहो कोना सूतल निश्चिन्त यो
जइयौ यौ अयोध्या नगरी,
राजा दशरथ हुनि राम यो
राजा दशरथ के चारि बालक छनि, 
एक श्यामल तीन गोर यो
कारी देखि जुनि भुलबै यो बाबा, 
कारी के तिलक चढ़ायब यो


■ एक राजा के चारि छनि धीया लिरिक्स

एक राजा के चारि छनि धीया, 
चारू छनि कुमारि यो
धीया देखि बाबा माथ लेल पाग, 
चलि भेल मगह मुंगेर यो
दक्षिण खोजल बाबा पश्चिम खोजल, 
खोजल त्रिभुवन नाथ यो
एक जंगलमे भेटल एक तपसी, 
हुनकहि देखि कनै छथि मनाइन
एहि िबर सौं नहि धीया बिहाअब, 
मोर धीया रहति कुमारि यो
जुनि कानू जुनि खीजू हमरो मनाइन, 
इहो थिका त्रिभुवन नाथ


■ सीता के देखि देखि झखथि जनक ऋषि लिरिक्स

सीता के देखि देखि झखथि जनक ऋषि,
मोती जकां झहरनि नोर
सीता जुगुत वर कतऽ भेटत,
ओतहि सऽ लायब जमाय यो
सीता जुगुत वर अवधपुर भेटत, 
ओतहि सऽ लाउ जमाय यो
राजा दशरथ् जी के चारि बालक छनि, 
एक श्यामल तीन गोर यो
गोरहि देखि नहि भूलबै यो बाबा, 
श्यामल के मुकुट चढ़ायब यो
देशहि देश केर वीरलोक आओल, 
सभ छूबि चलि गेल यो
वशिष्ठ मुनि संग आए दुइ बालक, 
धनुष देखि करय उतफाल यो
जखनहि रामचन्द्र धनुष उठाओल, 
सीया गले डालू जयमाल यो
जखनहि उठाओल मचि गेल जय जयकार यो


■ सूर्यक ज्योति सन हमरो उमा छथि लिरिक्स

सूर्यक ज्योति सन हमरो उमा छथि
वर लयला भंगिया भिखारि गे माई
कानऽ लगली खीजऽ लगली गौरी मनाइन
झहरनि नयना सँ नोर गे माई
एहि बरसँ नहि गौरी बिआहब
मोर गौरी रहती कुमारि गे माई
तीन भुवन वर कतहु ने भेटल
वर लयला भंगिया भिखारि गे माइ
देखितौं नारद के पढ़ितौं गारि
हुनको ने उचित विचार के माई
जुनि कानू जुनि खीजू हमरो मनाइन
जुनि पढू नारद के गारि गे माई
हमरो करममे इहो वर लीखल
लीखल मेटल नहि जाइ गे माई


■ हमरो गौरी छथि पाँचे बरस के लिरिक्स

हमरो गौरी छथि पाँचे बरस के
एक सौ बरस के जमाइ गे माई
कोना कऽ गोरी सासुर बसती
छथिन अति सुकुमारी गे माई
चारि सखि मिलि गौरी देखि कानथि
गौरी के देल जहदाइ गे माई
सऽन सन वर के केश पाकल छनि
पयरमे फाटल बेमाई गे माई
जुनि कानू जुनि खीजू सखि हे सहेलिया
इहो थिका त्रिभुवननाथ गे माई
एहि वर लए हम फूल लोढ़ि लयलौ
गंथलौं मे हार बनाइ गे माई
चन्द्रवदनि सन हमरो सुरति अछि
सूर्य सन छथिन जमाइ गे माई


■ सूतल छलहुँ ऊँच रे हवेलिया लिरिक्स

सूतल छलहुँ ऊँच रे हवेलिया
सुतलहुँ आंचर ओछाइ गे माई
सुतलमे बाबा सपन एक देखलहुँ
तिरहुत हाट विवाह गे माई
जे तिरहुतिया साजल बरिअतिया
थर-थर कांपय करेज गे माई
किए देखि आहे बेटी बइसक देबनि
किए देखि देबनि तमोल गे माई
किए देखि आहे बेटी जइतुक देबनि
किए देखि सुबुधि सिआन गे माई
चालि देखि आहे बेटी बइसक देबनि
मुख देखि देबनि तमोल गे माई
धन देखि आहे बेटी जइतुक देबनि
सीता देबनि सुबुधि सिआन गे माई


■ नवम बरख बेटी मुखहु ने बोलय लिरिक्स

नवम बरख बेटी मुखहु ने बोलय
दशम बरख बेटी भेलि उताहुल यो
एगारह बरख बेटी मांड़ब चढ़ि बैसली
करू बाबा कन्यादान यो
कन्यादान कए उठला बाबा
मोती जकां झहरनि नोर यो
किए जो खायब बेटी किए पहीरब
किए देखि रहब आनन्द यो
खीर जे खेबइ बाबा चीर
सिन्दूर देखि रहब आनन्द यो





■ कहथि सीता सुनू यौ बाबा लिरिक्स

कहथि सीता सुनू यौ बाबा
सुनू बाबा वचन हमार यो
हमरो बिआह करा दीअ यौ बाबा
हम बेटी बारि कुमारि यो
दछिन खोजल पछिम खोजल
खोजल मगह मुंगेर यो
सीता जुगुति वर कतहु ने भेटल
आब सीता रहली कुमारि यो
जाउ यौ नगर अवधपुर
राजा दशरथजी के पास यो
राजा दशरथजी के चारि बालक छनि
जेठकेँ तिलक चढ़ायब यो
छोटी मोटी देखि जुनि भूलब यौ बाबा
छोटहि छथि वीर महान यो
सात समुद्र जल बान्हि नरायब
खेलब सरयुग के तीर यो
ऊँच कय मड़बा भरा दीअ यो बाबा
ऊँच कय दुआरि लगाउ यो
चौदह कोस बाबा पृथ्वी चंछायब
चौदह वेद पढ़ायब यो
गया नोतब यो बाबा
झाड़ीखंड बद्रीनाथहि नोतब
पूब नोतब जगन्नाथ यो
एते बरिआत बाबा जल कतऽ पीताह
बाबा कुल होएत खिधांस यो
अगम - दीगम बेटी नदिया खुनायब
बाबा कुल बाजत नाम यो
जखन बरिआत सब चलल जनकपुर
चेरिया कलश नेने ठाढ़ यो
देबउ गे चेरिया सोना के गेरुलिया
मोरा आगू चरण पखारू यो
पहिल दुइ दान करब गाय-महींसिया
तेसर दान शाल-दुशाला यो
चारिम दान करब कान दुनू सोनमा
पांचम होएत कन्यादान यो
भेल बिआह चलू राम कोबर घर
सीता लेल अंगुरी धराय यो


■ राजा जनक जी प्रण एक ठानल लिरिक्स

राजा जनक जी प्रण एक ठानल
सीता के विवाह आइ हे
देश विदेश राजा पतिया पठाओल
धनुषा धयल ओंठगाय हे
देश विदेश के नृप सभ आयल
धनुषा छूबि-छूबि जाय हे
उठय ने धनुषा लागय बड़ भारी
आब सीता रहली कुमारि हे
क्षत्रिय ओ वीर भेटत नहि जगमे
होयत कोना सीताक विवाह हे
एतबा वचन जब सुनलनि लछुमन
बजला वचन रिसिआइ हे
लछुमन विमुख देखि बजला श्री रामचन्द्र
जुनि बाजू वचन रिसिआइ हे
दहिनहि धनुष उठाओल रघुनन्दन
बामहि कएल सहस्र खण्ड हे
तुलसी दास प्रभु तुम्हरे दरस को
राम-सीता भेल विवाह हे


■ रंक सुदामा हरि सँ बोलथि लिरिक्स

रंक सुदामा हरि सँ बोलथि
कते दुख सहब दिवस भेल घोर
बिलखैत बहिनी करथि विचार
सभ दिन सुनियनि राय विचार
एक दिन आहे पति दिन मनाउ
हरि संओ भेंट करयक जाउ
हम सुदामा ओ भगवान
बिलखैत ब्राह्मणी केना ई मान
जरय नहि दीप जुड़य नहि बाती
दोसर नहि केओ बसय समीप
टुटली मड़ैया करू निज बास
तोड़लहुँ पात पलासक डारि
ताहि मध्य दुना देल उलाइ
बीछी बीनी लेलहुँ, सेरेक दुइ भेल
एहन कठिन दुख दैब मोरा देल
हाथ फराठी कांख सन्देश
चलल सुदामा हरि के उदेश
पहिरन धरिया भेष कुभेष
एहन एहन रूप बसय कोन देश
बाजत धरि उठत घमघोल
शांति सऽ घूमत फिरत चहुँओर
सुनैत कृष्णा तुरन्त उठि आयल
हाथ सिंहासन झाडू लेल
दौड़ली रूकमिनि ओ सतभामा
चरण पखारि छीटथि सभठाम
आंचर दय प्रभु धोयलनि बेमाइ
तखन देलनि चर डोलाय
अमृत भोजन आनि खोऔलनि
घूरि फीरि मंदिर देलनि देखाइ
जहां देखी तहां रतनक ढ़ेरी
जौं किछु दितथि के मोहि घेरी
लाजक लेल नुकौलनि झांपि
कान्ह जानल सब बात बुझलनि
एक फाका फंकलनि दोसर फाका फंकलनि
तेसर मे रूकमिनि देल हाथे
जखन सुदामा विदा भए गेल
सभ चीज याद छीनि लेल
मोन मे सुदामा दुखी भए गेल
गरीब ब्राह्मणी हठ ठानलनि
अहिठाम छलइ रामा टुटली मड़ैया
रातियेमे कोना भूप बना देलनि अटारी
जे इहो सुदामा सम्मरि गाबिकऽ सुनाआल
तनिका बैकुण्ठ हैत बास विलास


■ रामक जोड़ी बनय जनकपुर लिरिक्स

रामक जोड़ी बनय जनकपुर
छत्तीस कोटि दे दान यो
हाथी साजल घोड़ा साजल
साजल सय बरियात यो
एते बरियात कहा भए अंटकत
ई कुल हैत निन्दा यो
अगम संगम नदी खुनाएब
त्रिभुवन कर निज घाट यो
एते बरियात ओतहि भए अंटकत
सीताकेँ होयत विवाह यो
भेल विवाह श्री राम चलू कोबर
सीता लेल अंगुरि धराय यो
जे इहो सीता सम्मरि गाबि सुनाओत
तनिका हैत बैकुण्ठ बास यो


■ पिता सुतला निश्चिन्त आमा रोबइ छथि जनकपुर मे लिरिक्स

पिता सुतला निश्चिन्त आमा रोबइ छथि जनकपुर मे
सीता रहय जोग ने छथि आब
सीता रहली कुमारी जनकपुर मे
पिता उठला चहाय चललाह वर खोजय जाथि जनकपुर मे
पिता घूरि फीरि अबथिन वर कतहु ने पार
माता खसली झमाइ जनकपुर मे
जनु आमा करू विरोग मन करू उदार जनकपुर मे
छथिन दशरथ के लाल अयोध्या मे
रामचन्द्र छथिन कुमार अयोध्या मे
चीठिया लिखाय बाबा हुनिके पठाय दिअयैन
हजमा के संग लगाय अयोध्यामे


■ गे माइ कल जोड़ि विनती करै छथि सीता बेटी लिरिक्स

गे माइ कल जोड़ि विनती करै छथि सीता बेटी
सुनू बाबा वचन हमार यौ
चोर चाण्डाल बाबा हाथ ने धरायब
करबमे पण्डित जमाय यौ
चोर चाण्डाल बाबा हाथ ने धरायब
मारत बिनु अपराध यौ
कोना हम बुझब बेटी चोर चाण्डाल
कोनाकऽ पण्डित जमाय यौ
वन पैसि चानन चौकिया छेबायब
नम्र पैसि जोहब जमाय यौ
भनहि विद्यापति सुनू हे सुनयना
लीखल मेटल नहि जाय यौ


■ घटबहि खाट पेटारहि डन्टा लिरिक्स

घटबहि खाट पेटारहि डन्टा
चानन केर चौपारि यौ
कथी लय ठाठल बसहर घरबा
कथी लय कयल विवाह यौ
माता लय ठाठल बसहर घरबा
पुत्र लय कयल विवाह यौ
कथी लय लगाओल अनधन गछिया
कथी लय लगाओल फुलवारी यौ
धान लय लगाओल अनधन गछिया
धर्म लय लगाओल फुलवारी यो
मैलहि धोती मैलहि तौनी
कारी कम्मल लेल हाथ यौ
बालक बोली अधबोलियो ने सुनलौं
दुखे जाइ छी जगरनाथ यौ
जुनि बाबू कानू जुनि नोर ढ़ारू
जुनि करू मन मे विरोग यौ
नग्र अयोध्या मे बसथि वशिष्ट मुनि
तनिकहु पठायब नोत यौ
जैं सीता सुनलनि राम अबै छथि
मनमे जागल आस यौ
हरियर गोबर आंगन निपाआल
धनुष देल ओंठगाय यौ
पातर राम धनुष बड़ भारी
धनुषा कोना कऽ उठाइ यौ
बामहि हाथ राम धनुष उठाओल
दहिनहि छोर मिलाइ यौ
टूटल धनुष सहस्र खंड भय गेल
मेदिनी उठल घहराय यौ
राम गले सीता माला पहिराओल
सीताराम होयत विवाह यौ

मंगलवार, 12 नवंबर 2024

सामा खेल चलली भौजी संग सहेली लिरिक्स - सामा गीत लिरिक्स | Sama Khela Chalali Lyrics

Sama Khela Chalali Bhouji Sang Saheli Lyrics

सामा खेल चलली भौजी संग सहेली
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली
हो हो भैया जीवऽ हो हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली...

कांच बांस के रंगी रंग डाला, चकमक चमके दीयरा
कांच बांस के रंगी रंग डाला, चकमक चमके दीयर
देख के भैया भौजी के जोड़ी, हुलसे हम्मर जियरा हो
हो जुग जुग जीयऽ हो, हो भैया जीयऽ हो 
हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली -2
हो...हो भैया जीवऽ हो, हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली

स्वर्ग परी संग गगन से उतरल, हम्मर बौआ गोर
स्वर्ग परी संग गगन से उतरल, हम्मर बौआ गोर
सबके आंगन बौआ नाचै, जहिना नवका भोर
हो...हो जुग जुग जीयऽ हो, हो भैया जीयऽ हो 
हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली -2
हो...हो भैया जीवऽ हो, हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली

सब कोई घर से बाहर भेली, पेन्ही पेन्ही लाल पटोर
सब कोई घर से बाहर भेली, पेन्ही पेन्ही लाल पटोर
मोरल बेसक सेनुर टिकुली, आनल भैया मोर हो
हो जुग जुग जीयऽ हो, हो भैया जीयऽ हो 
हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली -2
हो...हो भैया जीवऽ हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली

साम चकेबा संग संग खेलब, जारब चुगलक ठोर
साम चकेबा संग संग खेलब, जारब चुगलक ठोर
चान सनक दुलारी बहिनिया, झर झर झहरै लोर हो
हो जुग जुग जीयऽ हो, हो भैया जीयऽ हो 
हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली -2
हो...हो जुग जुग जीयऽ हो, भैया जीवऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली

एैरिन बैरिन निहुछी के फेंकब, भैया के ओहि पार
एैरिन बैरिन निहुछी के फेंकब, भैया के ओहि पार
साम चकेबा संग बसाएब, कोसी कमला धार हो
हो जुग जुग जीयऽ हो, हो भैया जीयऽ हो 
हो जुग जुग जीयऽ हो
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली हो
हो जुग जुग जीयऽ हो, हो भैया जीवऽ हो 
सामा खेल चलली भौजी संग सहेली -2

चाउर चाउर चाउर भैया कोठी चाउर
चाउर चाउर चाउर भैया कोठी चाउर
छाउर छाउर छाउर चुगला घर मे छाउर
छाउर छाउर छाउर चुगला घर मे छाउर
चुकला करे चुगली बिल्लैया करे म्याऊं
चुकला करे चुगली बिल्लैया करे म्याऊं
चुकला के झिभ हम नोची नोची खाऊं
चुकला के झिभ हम नोची नोची खाऊं
चुकला के झिभ हम नोची नोची खाऊं...


सोमवार, 11 नवंबर 2024

घर पछुअरबा में लौंग केर गछिया लिरिक्स - Ghar Pachhuarba Me Laung Ker Gachhiya

घर पछुअरबा में लौंग केर गछिया, 
लौंग चुबय आधी राति हे

लौंग के चुनि चुनि सेजिया सजाओल, 
सेज भरि देल छिड़िआइ हे
ताहि कोबर सुतलनि दुलहा से रामजी दुलहा, 
संगमे सिया सुकुमारि हे

घुरि सुतू फिरि सुतू सुहबे हे कनियां सुहबे, 
अहूँ घामे भीजत चादरि हे
एतबा वचन जब सुनलनि कनियां सुहबे, 
रूसि नैहर चलल जाथि हे

एक कोस गेली सीता दुइ कोस गेली, 
तेसरे मे भय गेल सांझ हे
कहां गेलह किए भेलह भैया रे मलहबा, 
नइआसँ उतारि दैह पार हे

दिनमे खुअयबह सुन्दर चेल्हबा मछरिया, 
राति मे ओढ़ायब महाजाल हे
चान सुरुज सन अपन प्रभु तेजल, 
तोहर बोली मोरो ने सोहाय हे

एक नइआ आबय आजन बाजन, 
दोसर नइआ आबय बरिआत हे
तेसर नइआ फल्लां दुलहा आयल, 
पान खुआय धनी मनाओल हे

घर पछुअरबामे सुपारी के गछिया, 
चतरल चतरल डारि हे
घुमइत फिरइत अयला रामचन्द्र दुल्हा, 
तोड़ि लेल सुपारीक डारि हे

मचिया बैसल अहाँ निज हे सासु, 
मालिन बेटी देत उपराग हे
अपन पुत्र रहितै डांटि डपटि दितिऐ, 
परपुत्र डांटल ने जाय हे

मैथिली भजन कीर्तन लिरिक्स - Maithili Bhajan Kirtan Lyrics

शुक्रवार, 8 नवंबर 2024

रानी सुनैना के सुंदर जमाई चलु परिछु गे दाई - Rani Sunaina Ke Sundar Jamai

चलु परिछु गे दाई, रानी सुनैना के सुंदर जमाई
चलु परिछु गे दाई, रानी सुनैना के सुंदर जमाई
चलु परिछु गे दाई...

माथे मुकुट भाल चन्दन सोहाय,
माथे मुकुट भाल चन्दन सोहाय
सोभा निरख इंद्र, चंद्रो लजाय
चलु परिछु गे दाई...

राजा जनक द्वार बाजे बधाई
राजा जनक द्वार बाजे बधाई
देखिते सिनेहिया के नैना जुड़ाई
चलु परिछु गे दाई...

मैथिली कोहबर गीत- पूरब पश्चिम मुहक घर Purab paschim muhak ghar lyrics

पूरब पश्चिम मुहक घर
दुल्हा चलु ने कोबर
चलि के देखु ने भीतर कोबर घर मे

देखू कोबर के लिखाई
पुरैनी पाति के सफाई
आय तऽ कनियाँ बजती 
अहाँ संग कोबर घर मे

ऊपर चाँद सुरुज निवास
नीचा बर कनियाँ के वास
आय तऽ कनियाँ बजती 
अहाँ संग कोबर घर मे

गुरुवार, 7 नवंबर 2024

चलु देखु भरि नयना नवल दुल्हा लिरिक्स - Chalu Dekhu Bhari Nayna Naval Dulha

Maithili Parichhan Geet

चलु देखु भरि नयना नवल दुल्हा

अरछि परछि लाउ सजनी आँगनमा
छवि देखू भरि नयना नवल दुल्हा

परम सुंदर चारु बर चित चोरबा
सखी चारु मन मोहना नबल दुल्हा

शिर मणि मौड़िया सुमंगल चनमा
सखि चारु छवि एना नबल दुल्हा

जेहने सलिनी धिया तेहने सलोनमा
रचि देल जोड़ी विधिना नवल दुल्हा

गाबथि स्नेहलता इहो परिछनमा
झट आनु सखि अंगना नबल दुल्हा

सरसों के कली सिया, जोत महान हे लिरिक्स - Sarso Ke Kali Siya Jot Mahan He

सरसों के कली सिया, जोत महान हे, तीसी फूल,
रंग दुलहा सोहान हे, तीसी फूल।

हियरा दियटिया में नेहिया चुआन हे, रस-रस,
प्रान बतिया जरान हे, रस-रस।

छवि-माधुरी-रस झहरि झहरान हे, भींजि-भींजि,
सब सखिया नहान हे, भींजि-भींजि।

सब जग भरल अन्हरबा महान हे, मोर अँगना,
उगल चार-चार चाँन हे, मोर अँगना।

जेकरा लागी जोगी-मुनी बन में ध रे ध्यान हे, सोई प्रभु,
मोरा अँगना कूटे धान हे, सोई प्रभु।

पाओल ‘करील’ ऐसन मेहमान हे, अब कछु,
नहिं जिया अरमान हे, अब कछ।

बुधवार, 6 नवंबर 2024

उगा हे सूरज देव भेल भिनसरवा लिरिक्स - Uga He Suruj Dev Lyrics

Uga Ho Surujdev Bhel Bhinsarwa Maithili Chhath Pooja Ke Geet Lyrics

उगा हे सूरज देव भेल भिनसरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो,
बड़की पुकारे देव दुनु कर जोरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो

बाझिन पुकारे देव दुनु कर जोरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो,
अन्हरा पुकारे देव दुनु कर जोरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो

निर्धन पुकारे देव दुनु कर जोरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो,
कोढ़िया पुकारे देव दुनु कर जोरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो

लंगड़ा पुकारे देव दुनु कर जोरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो,
उगा हे सूरज देव भेल भिनसरवा,
अरघ केरे बेरवा पूजन केरे बेरवा हो

स्वर: अनुराधा पौडवाल
मैथिली छठि गीत

मंगलवार, 5 नवंबर 2024

मैथिली छठ पूजा गीत लिरिक्स - Maithili Chhath Puja Geet Lyrics

सूर्य उपासनाक महा पर्व छठि पूजा के कथा आ व्रत विधि

मिथिला धरोहर : कार्तिक मासक अमावस्या के दियाबाती मनेला के तुरंत बाद मनायल जाय बला छठि व्रत के सब सं कठिन आ महत्वपूर्ण राइत कातिक शुक्ल सष्ठी के होइत अछि। एहि कारणे एहि व्रत के नामकरण छठि व्रत भ गेल। इ पावैन एक बरख मे दु बेरा मनायल जाएत अछि। पहिल बेरा चैत्र मे आ दोसर बेरा कातिक मे। चैत्र शुक्लपक्ष षष्ठी पर मनाऔल जायबला छैठ पर्व के चैती छैठ आ कातिक शुक्लपक्ष षष्ठी पर मनायल जायवला पर्व के कातिक छैठ कहल जाइत अछि। पारिवारिक सुख-स्मृद्धि आ मनोवांछित फलप्राप्ति के लेल इ पर्व मनाऔल जाइत अछि।

कहिया छै छठ 2024 में - Chhath Puja 2024 Date
5 नवम्बर 2024 : नहाय-खाय, अरबा-अरबाइन
6 ववम्बर 2024 : छठि व्रतक खरना, 
7 ववम्बर 2024 : छठि व्रतक सायंकालीन अर्धदान
8 ववम्बर 2024 : छठि व्रतक प्रातःकालीन अर्धदान

छैठ व्रतके संबंध मे बहुते रास कथा प्रचलित अछि; एहिमे सं एकटा कथाक अनुसार जेखन पांडव अपन सबटा राजपाट जुआ मे हारी गेलाह, तखन द्रौपदी छठि व्रत रखलनी। तखन हुनक मनोकामना पूर्ण भेलनि आ पांडव के राजपाट आपस भेट गेलनि। इ व्रत खासतौर पर मिथिलांचल संगे पूरा बिहार और एकर आस-पासक प्रदेश मे प्रचलित अछि। ओना आब इ पावनि संपूर्ण भारत वर्ष मे मनायल जाइत अछि।
धर्म शास्त्र मे इ पर्व सुख-शांति, समृद्धि के वरदान आ मनोवांछित फल दय बला कहल गेल अछि। लोकपरंपरा के अनुसार सूर्य देव और छठि मइया के संबंध भाई-बहिन के छन्हि।  लोक मातृ के षष्ठी के पहिल पूजा सूर्य केने छथि। छैठ पावैन के परंपरा मे बहुते गहिर विज्ञान छिपल अछि, षष्ठी तिथि (छैठ) एकटा विशेष खगौलीय अवसर अछि। एहि समय सूर्य के पराबैगनी किरण पृथ्वी के सतह पर सामान्य सं बेसी मात्रा मे एकत्र भ जाइत अछि। हिनक संभावित कुप्रभाव सं मानव के यथासंभव रक्षा करवाक सामर्थ्य एहि परंपरा मे अछि।


इ पर्व चाइर दिनक अछि। भरदुतिया के तेसर दिन सं इ आरंभ होइत अछि। पहिल दिन सैंधा नुन, घी सं बनायल गेल अरवा चाउर आ कदिमा'क सब्जी प्रसादक रूपमे लेल जाइत अछि। अगिला दिन सं उपवास आरंभ होइत अछि। एहि दिन राइत मे खीर बनय अछि। व्रत केनिहार रातइमे यैह प्रसाद लइत छथि। तेसर दिन डूबैत सूर्यके अर्घ्य अर्पण कैल जाइत अछि आ अंतिम दिन उगैत सूर्यके अर्घ्य चढ़ायल जाइत अछि। एहि पावनि मे पवित्रता'क बड़ ध्यान राखल जाइत अछि। जिनका घर मे इ पूजा होइत अछि, ओतय गीत-नाद सोहो गायल जाइत अछि। एहिके शुरुआत कातिक शुक्ल चतुर्थी के आ समाप्ति कातिक शुक्ल सप्तमी के होइत अछि। एहि दौरान व्रतधारी लगातार 36 घंटा के व्रत राखय छथि। पहिला दिन कातिक शुक्ल चतुर्थी ‘नहाय-खाय’ के रूप मे मनायल जाइत अछि। सबसं पहिले घर के साफ क निक-पोइत ओकरा पवित्र बना लेल जाइत अछि। एहि पश्चात छैठव्रती स्नान क पवित्र तरीका सं बनल शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण क व्रत के शुरुआत करय छथि। घर के सब सदस्य व्रती के भोजनोपरांत भोजन ग्रहण करय छथि। दोसर दिन कातिक शुक्ल पंचमी के व्रतधारी दिन भरी के उपवास रखवा के बाद शांझ के भोजन करय छथि जेकरा ‘खरना’ कहल जाइत अछि। प्रसाद'क रूप मे कुसियार के रस मे बनायल गेल चाउर'क खीर'क संग दूध, चावल का पिट्ठा और घी चुपड़ी रोटी बनाई जाती है।

इहो पढ़ब :- 

तेसर दिन कातिक शुक्ल षष्ठी के दिन म छैठ प्रसाद बनायल जाइत अछि। प्रसादक रूप मे टिकरी, भुसवा, पेरा आदि बनायल जाइत अछि। शांझ के पूरा तैयारी और व्यवस्था क बाँसक छिट्टा मे अर्घ्य के सूप, कोनियां सजायल जाइत अछि। सब छैठव्रती अपन लग-पासक पोखरी या नदी कात इकट्ठा भ सामूहिक रूप सं अर्घ्य दान संपन्न करय छथि। चारिम दिन कातिक शुक्ल सप्तमी के भोरे उदियमान सूर्य के अघ्र्य देल जाइत अछि।
हिंदू धर्म के देवता मे सूर्य एहन देवता छथि जिनका मूर्त रूप मे देखल जा सकैत छनि। सूर्य के शक्ति के मुख्य श्रोत हुनक पत्नी ऊषा और प्रत्यूषा छन्हि। छैठ में सूर्य के संगे-संग दुनु शक्तिय के संयुक्त आराधना होइत अछि। भिनसर काल मे सूर्य के पहिल किरण (ऊषा) और शांझकाल मे सूर्य के अंतिम किरण (प्रत्यूषा) के अघ्र्य द के दुनु के नमन कैल जाइत अछि। 
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सोमवार, 4 नवंबर 2024

चितचोरवा आजु बनहौलनि हे लिरिक्स - Chit Chorba Aaju Bandhavlani He Lyrics

मैथिली ओठंगर काल गीत

चितचोरवा आजु बनहौलनि हे
चितचोरवा आजु बनहौलनि हे,
सब सान गुमान गमौलनि हे
सब सान गुमान गमौलनि हे
चितचोरवा आजु बनहौलनि हे...

एहि चितचोरवा के माथ मनी मोरिया हे
एहि चितचोरवा के माथ मनी मोरिया हे
चोरबा छवि छहरौलनि हे
चोरबा छवि छहरौलनि हे
चितचोरवा आजु बनहौलनि हे...

कथि केर उखड़ी कथि के मुसरबा हे
कथि केर उखड़ी कथि के मुसरबा हे
कै चोट चाउर छोरौलनी हे
कै चोट चाउर छोरौलनी हे
चितचोरवा आजु बनहौलनि हे...

बेलक उखड़ी, बगुरक मुसरबा हे
आठ चोट चाउर छोरौलनी हे
चितचोरवा आजु बनहौलनि हे...


रविवार, 3 नवंबर 2024

दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा लिरिक्स - सामा चकेवा लोकगीत

Dubhiya Bhojan Karu Sama He Chakeba

दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा
लागि गेल पान केर दोकान
गे माइ सेहो पान खयलनि भइया से फल्लां भइया
रंगि गेल बत्तीसो मुख दाँत

गे माइ दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा
लागि गेल सिनूरक दोकान
गे माइ सेहो सिनूर पहिरथु भउजो से ऐहब भउजो
जुगे - जुगे बढ़नु अहिबात

गे माइ दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा
लागि गेल टिकुली केर दोकान
गे माइ सेहो टिकुली पहिरथु बहिनो से फलां बहिनो
झलकैत जाथु ससुरारि
गे माइ झलकैत जाथु ससुरारि